दशकों से उद्घाटन की बाट जोह रहा बेनीपट्टी उपकारा
सिविल कोर्ट में बेल होने के बाद रिलीज आर्डर ले जाने में परेशानी। बेनीपट्टी में उपकारा भवन वर्षो से तैयार हो उदघाटन की बाट जोह रहा है।
By Ajit KumarEdited By: Updated: Thu, 06 Jun 2019 05:27 PM (IST)
मधुबनी,जेएनएन। बेनीपट्टी को अनुमंडल का दर्जा मिले 35 वर्ष बीत जाने के बाद भी यहां के लोगों को कई मौलिक सुविधाएं मयस्सर नहीं हैं। आम जनता कठिनाइयों का सामना करने को विवश है। बेनीपट्टी में उपकारा भवन वर्षो से तैयार हो उदघाटन की बाट जोह रहा है। उपकारा का कार्य अबतक शुरू नही होने के कारण यहां के लोगों को परेशानी का दंश झेलना पड़ता है।
अनुमंडल बने बेनीपट्टी को साढ़े तीन दशक बीत जाने के बाद भी उपकारा कार्य प्रारंभ नही हो पाया है। दो वर्ष पूर्व बेनीपट्टी में व्यवहार न्यायालय की कार्य प्रारंभ हुआ लेकिन उदघाटन की बाट जोह रही उपकारा भवन में अबतक कार्य शुरू नही हो पाया है। बेनीपट्टी में उपकारा का कार्य शुरू नही होने से सिविल कोर्ट में बेल होने के बाद रिलीज आर्डर ले जाने में परेशानी उत्पन्न हो रही है। रिलीज आर्डर लेकर रामपट्टी मंडल कारा ले जाना पड़ता है। बेनीपट्टी से रामपट्टी मंडल कारा की दूरी 40 किलोमीटर है। अनुमंडल प्रक्षेत्र के थाना से मुदालह को पकड़कर कोर्ट लाया जाता है और उसे रिमान्ड करने के बाद रामपट्टी जेल भेज दिया जाता है। मंडल कारा रामपट्टी से कैदियों को पेशी के लिए प्रतिदिन वाहन से व्यवहार न्यायालय बेनीपट्टी लाया जाता है। खासकर अनुमंडल के नौ थाना क्षेत्र के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
जनकल्याण मंच के महासचिव योगीनाथ मिश्र ने बताया कि उपकारा को चालू किये जाने की मांग को लेकर उच्चाधिकारी को कई वार आवेदन दिया गया है। उपकारा का कार्य प्रारंभ किए जाने को लेकर आवाज उठ रही है। लेकिन फलाफल नहीं दिख रहा है। उधर,अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष राजकुमार वर्मा, महासचिव परमेश्वर यादव, अधिवक्ता विनोदचन्द्र ठाकुर, सुरेन्द्र झा, सुधीर कुमार झा, महेन्द्र नारायण राय, संतोष कुमार झा, ओमप्रकाश यादव, अशोक कुमार झा, दशरथ बेयार प्रियदर्शी, ईश्वर झा, सुशील श्रीवास्तव, अशोक कुमार मेहता, रमेश मेहता सहित अन्य अधिवक्ताओं ने भी कहा कि उपकारा का कार्य अबतक शुरू नहीं होने के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है ।
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