Muzaffarpur News : मुजफ्फरपुर की इस पंचायत में ग्रामीणों को मिल रहा RO का पानी, टैब से पढ़ रहे बच्चे
बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की भरथीपुर पंचायत आदर्श रूप में काम कर रही है। यहां ग्रामीणों को आधुनिक सुविधाएं मिल रही हैं। यहां के सरकारी स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र किसी प्राइवेट स्कूल की तरह हैं। यहां बच्चों के लिए स्मार्ट क्लास की व्यवस्था की गई है। इसे ऐसा बनाने में यहां के मुखिया इंद्रभूषण सिंह अशोक ने अहम भूमिका निभाई है।
By Jagran NewsEdited By: Yogesh SahuUpdated: Thu, 14 Dec 2023 06:08 PM (IST)
बाबुल दीप, मुजफ्फरपुर। स्वस्थ समाज और बेहतर शिक्षा की परिकल्पना के साथ जब आधुनिक सोच रखने वाले मुखिया ने काम शुरू किया तो बिहार के मुजफ्फरपुर जिले की भरथीपुर आदर्श पंचायत के रूप में सामने है।
यहां के ग्रामीणों को आरओ का पानी मिला रहा तो बच्चों को टैब से शिक्षा। स्मार्ट क्लास का संचालन हो रहा है। पंचायत में हर तरफ हरियाली, टहलने के लिए खूबसूरत पार्क, पक्की सड़कें और जिम में पसीना बहाते ग्रामीणों को देख अहसास नहीं होता कि यह गांव है।
इस पंचायत को तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुका है। मुखिया इंद्रभूषण सिंह अशोक का कहना है कि 2013 में राष्ट्रीय गौरव ग्राम सभा और राष्ट्रीय पंचायत सशक्तीकरण पुरस्कार तत्कालीन प्रधानमंत्री की ओर से मिला था। 2018 में नानाजी देशमुख राष्ट्रीय गौरव ग्राम सम्मान और इसी वर्ष ग्रीन एंड क्लीन पंचायत के लिए अवार्ड मिला है।
करीब 10 हजार की आबादी वाले सकरा प्रखंड की भरथीपुर पंचायत में डेढ़ वर्ष पहले हुए चुनाव में इंद्रभूषण सिंह अशोक को उनके विकास कार्यों के चलते ग्रामीणों ने पांचवीं बार चुना।
सकरा प्रखंड की भरथीपुर पंचायत में लगे आरओ से पानी भरते लोग। फोटो जागरणइस पंचायत के हर घर में नल का जल पहुंचाने के लिए पांच हजार लीटर की पानी टंकी लगी है। शुद्ध पेयजल के लिए प्रति घंटे दो हजार लीटर की क्षमता का आरओ लगाया गया है।यह निशुल्क है। 20 लीटर के डिब्बे में घर तक आरओ के पानी की आपूर्ति के लिए महज 10 रुपये लिए जाते हैं। इससे आरओ के मेंटनेंस का काम होता है।
इसकी देखरेख के लिए बनी कमेटी के अध्यक्ष शिवशंकर महतो व सचिव संजय साह ने बताया कि पानी टंकी से लेकर आरओ समेत अन्य संसाधनों को पूर्ण करने में करीब 15 लाख रुपये खर्च हुए हैं। इसमें दिल्ली की एक संस्था ने मदद की।सकरा प्रखंड की भरथीपुर पंचायत में जिम करते युवा। फाेटो जागरण
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।स्मार्ट क्लास में पढ़ाई स्मार्ट
यहां सरकारी स्कूलों में पढ़ाई की व्यवस्था प्राइवेट से कम नहीं है। पंचायत के सभी 10 आंगनबाड़ी केंद्रों को स्मार्ट बनाया गया है। इसमें बच्चों को टैबलेट से पढ़ाया जाता है।प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च विद्यालय मिलाकर कुल चार सरकारी स्कूल हैं। सभी में स्मार्ट क्लास की सुविधा है। एक स्कूल में स्मार्ट क्लास की व्यवस्था समेत अन्य संसाधनों पर करीब 10 लाख रुपये खर्च किए गए हैं। आंगनबाड़ी के बच्चे एक तरह की ड्रेस में आते हैं। यहां के छोटे बच्चों की कक्षाएं रंग-बिरंगी आकृतियों से सजी हैं।सकरा प्रखंड की भरथीपुर पंचायत में स्मार्ट क्लास में पढ़ते बच्चे। फोटो जागरणपर्यावरण संरक्षण पर भी विशेष ध्यान
पूरी पंचायत में करीब 30 हजार पौधे लगाए गए हैं। इनमें से बहुत से पेड़ के रूप में विकसित हो गए हैं। इसकी देखभाल की जाती है। ग्रामीणों के घूमने व बच्चों के मनोरंजन के लिए खूबसूरत पार्क के अलावा जिम की भी व्यवस्था है। सुबह लोग टहलने निकलते हैं तो पार्क में बैठकर आनंद लेते हैं। फिर जिन्हें मर्जी वे जिम भी करते हैं। यहां बने रेसिंग ट्रैक भी है।सीसीटीवी कैमरे से निगरानी
पंचायत में विवाह भवन भी बनाया गया है। यह आमजन की सुविधा को देखते हुए किया गया है। जल्द ही मामूली शुल्क में पंचायत के लोगों के लिए उपलब्ध होगा। इसके अलावा जीविका भवन का निर्माण हो गया है। यह दोनों भवन जिले में पहला है। अन्य जगह पंचायत की ओर से यह सुविधा नहीं है। निगरानी के लिए पूरी पंचायत में पिछले दिनों 40 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए।ये कैमरे स्वास्थ्य केंद्र, आंगनबाड़ी, विद्यालय, सार्वजनिक स्थल और सड़क किनारे पोल में लगे हैं। ग्राम पंचायत कार्यालय में इसका कंट्रोल रूम है। यहां मानीटर पर कहीं की गतिविधि देखी जाती है। भरथीपुर पंचायत के मुखिया इंद्रभूषण सिंह अशोक।यह भी पढ़ेंSheikhpura News: बरबीघा पार्क में होगा मत्स्य पालन, विभाग ने निकाली बंदोबस्ती की सूचना Bihar Land Survey: जमीन मापी की शिकायत पर नीतीश सरकार सख्त, भूमि सुधार विभाग के सचिव ने सभी DM को दिए ये निर्देशभरथीपुर पंचायत में कई स्तर पर बेहतर कार्य हुए हैं। सकरा में जलसंकट की स्थिति पिछले कुछ वर्षों में रही थी। इस स्थिति से उबरकर पंचायत के लोगों को आरओ को पानी उपलब्ध कराया जाना सराहनीय है। जिले की माडल पंचायत में यह भी एक है। इसका अनुसरण दूसरी पंचायतें भी कर रही हैं। - आशुतोष द्विवेदी, उप विकास आयुक्त, मुजफ्फरपुर