Bihar Crime: नौकरी का झांसा देकर ठगी... झारखंड की युवती को दो माह तक बनाए रखा बंधक, बोटी-बोटी काटने की देते रहे धमकी
कॉल सेंटर और नेटवर्किंग कंपनी के संचालकों ने झारखंड की युवती को पहले नौकरी का झांसा देकर ठगी का शिकार बनाया। इसके बाद दो महीने तक उसे बंधक बनाए रखा। यहां तक कि उसे बोटी-बोटी काटने की भी धमकी देते रहे। 15 नवंबर को सुबह करीब चार-पांच बजे जब सभी सोए हुए थे तो वहां से भाग निकली। अब उसने शिकायत दर्ज कराई है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। झारखंड के पाकुड़ की युवती को नौकरी का झांसा देकर ठगी करने वाले कॉल सेंटर व नेटवर्किंग कंपनी के संचालकों ने करीब दो माह से बंधक बनाकर रखा था। मुंह खोलने पर उसे अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म कर बोटी-बोटी काटकर नदी में फेंकने की धमकी दी जाती थी।
उसे काफी निगरानी में रखा जाता था। 15 नवंबर को सुबह करीब चार-पांच बजे जब सभी सोए हुए थे तो वहां से भाग निकली। उसने सदर थाने में प्राथमिकी कराई है।
इनको बनाया गया आरोपी
इसमें कंपनी के मुजफ्फरपुर कार्यालय के संचालक अखिलेश कुमार, आलोक कुमार सिंह, सोहन यादव, प्रभाकर कुमार, अरफरोज अंसारी, राहुल रंजन, रतन झा, सूरज कुमार सिंह, मिथिलेश कुमार व पवन कुमार को आरोपित बनाया है।
कंपनी के कार्यालय में छापेमारी के दौरान हिरासत में लिए गए छह लोगों को पुलिस ने पीआर बांड पर छोड़ दिया है। जांच में इन सभी की कंपनी के संचालन में भूमिका सामने नहीं आई है। सदर थानाध्यक्ष कुंदन कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
ठगी का विरोध किया तो गया से भेजा मुजफ्फरपुर
युवती ने पुलिस को बताया कि उसने करीब 35 युवक-युवतियों को कंपनी से जोड़ा था। इन सभी से 20,600 रुपये वसूले गए थे। इसके बाद भी इन सभी को नौकरी नहीं दी गई। इस पर उसे ठगी का अहसास हुआ। उसने नौकरी देने या रुपये वापस करने का दबाव बनाया तो 25 से 29 सितंबर के बीच उसे घोर यातनाएं दी गईं।
इसके बाद उसे गया से रातों-रात मुजफ्फरपुर लाया गया। मुजफ्फरपुर के गोबरसही में लाकर उसे कमरे में बंद कर दिया। उसे बेल्ट से पीटा जाता था और तरह-तरह की धमकी दी जाती थीं।