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Bihar Students: 30 हजार से अधिक छात्रों का कटेगा नाम! प्रधानाध्यापकों को मिला नया आदेश; सामने आई चौंकाने वाली वजह

बिहार में 30000 से अधिक छात्रों के नाम स्कूलों से कट सकते हैं क्योंकि उन्होंने आधार नंबर जमा नहीं किए हैं। माध्यमिक शिक्षा अभियान और साक्षरता डीपीओ संजय कुमार ने कहा है कि सभी नामांकित छात्रों के पास आधार होना चाहिए और ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर उनका प्रोफाइल अपलोड होना चाहिए। आधार नहीं देने वाले छात्रों का स्कूल से नाम कटने की संभावना है।

By Ajit Kumar Edited By: Mukul Kumar Updated: Sun, 27 Oct 2024 02:15 PM (IST)
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्कूलों के 30 हजार से अधिक विद्यार्थियों के नाम कट सकते हैं। ये वैसे छात्र हैं जो जिन्होंने अब तक आधार नंबर जमा नहीं किया है। माध्यमिक शिक्षा अभियान व साक्षरता डीपीओ संजय कुमार ने शनिवार को हाईस्कूल के प्रधानाध्यापकों के साथ बैठक की।

इसमें कहा कि नामांकित सभी विद्यार्थियों के पास आधार होना चाहिए। ई शिक्षा कोष पोर्टल पर छात्रों का प्रोफाइल अपलोड होना चाहिए। बार-बार आदेश के बावजूद 30 हजार से अधिक छात्रों का आधार नहीं है। इस कारण राज्य परियोजना निदेशक बिहार, शिक्षा परियोजना ने काफी नाराजगी व्यक्त की है।

पूर्व में भी बार-बार कहने के बावजूद ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर नामांकित सभी बच्चों के आधार सीडिंग का कार्य पूर्ण नहीं किया गया है। यह उच्चाधिकारी के आदेश की अवहेलना, स्वेच्छाचारिता एवं मनमानापन है।

सितंबर में आधार अपलोड करना था, लेकिन प्रधानाध्यापक के स्तर से लापरवाही बरती गई। जिले के 198 स्कूल के 30 हजार से अधिक बच्चों के मामले में स्पष्ट कहा गया कि आधार नंबर लेकर ई शिक्षा कोष पोर्टल पर अपलोड करें।

विद्यार्थी स्कूल को दे रहे गलत आधार

हाईस्कूल के छात्रों ने स्कूल को गलत आधार नंबर दिया है। इस वजह से स्कूल प्रबंधन को काफी परेशानियां हो रही हैं। पोर्टल पर आधार नंबर डालने पर गलत बता रहा है। दूसरी ओर वैसे कई छात्र स्कूल भी नहीं आ रहे हैं। इस वजह से परेशानियां हो रही हैं।

स्कूल के प्रधानाध्यापकों की मानें विभाग की ओर से भी स्पष्ट आदेश नहीं दिया जा रहा है कि इन छात्रों के साथ क्या किया जाए? स्कूल के प्रधानाध्यापक ने बताया कि बड़ी संख्या में छात्र आधार में नाम व जन्मतिथि में बदलाव किया है। इस वजह से आधार नंबर नहीं दे रहे।

शहरी क्षेत्र के चैपमैन बालिका उवि के 187, जिला स्कूल के 186, डीएन स्कूल के 158, मुखर्जी सेमिनरी के 95 छात्रों का आाधर नहीं है।

जिले में सबसे अधिक मोतीपुर प्रखंड के एसयू हाई स्कूल ब्रह्मपुरा के 527 विद्यार्थियों का आधार नहीं है। उधर, माध्यमिक शिक्षा अभियान डीपीओ संजय कुमार ने बताया आधार नहीं देने वाले छात्रों का स्कूल से नाम कटेगा।

संसाधन के बावजूद स्कूली बच्चों को नहीं मिल रहीं सुविधाएं

उधर, विगत दिनों राज्य व जिला स्तर के शिक्षा अधिकारियों के निरीक्षण में स्कूलों में कई प्रकार की अनियमितताएं देखने को मिलीं। कई स्कूलों में मिड डे मील बंद है। नए बेंच-डेस्क का उपयोग नहीं हो रहा है। जबकि स्कूलों का निरीक्षण भी हो रहा है।

प्रखंड शिक्षा अधिकारी व निरीक्षी पदाधिकारी की लापरवाही से स्कूलों की यह स्थिति हुई है। ऐसे मामले आने के बाद प्रखंड शिक्षा अधिकारियों से स्पष्टीकरण पूछे बगैर प्रपत्र क गठित किया जाएगा। जिला शिक्षा पदाधिकारी ने इस संबंध में प्रखंड शिक्षा अधिकारी और संबंधित स्कूल के प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

जिला शिक्षा अधिकारी ने बीईओ को भेजे पत्र में कहा कि शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव पटना के निदेशानुसार लगातार निरीक्षी पदाधिकारी/कर्मी के माध्यम से निरीक्षण हो रहे हैं, लेकिन विद्यालय में कई दिनों से मध्याहन भोजन का संचालन नहीं हो रहा है तो कहीं वर्गकक्ष, विद्यालय के कुछ हिस्से को स्थानीय व्यक्ति द्वारा अतिक्रमण कर रखा गया है।

इसी प्रकार किसी विद्यालय में बच्चों के बैठने के लिए जो बेंच -डेस्क खरीदे गए हैं उसे अबतक व्यवस्थित नहीं कर एक पर एक बेंच डेस्क को उलट कर रखा गया है। कई स्कूलों में में पाठ्य पुस्तक भंडारित पाए जाते हैं तो कहीं खेल सामग्री को बक्से में बंद कर रखा गया है। जो अत्यंत ही चिंतनीय एवं खेदजनक है।

जांच के क्रम में अगर किसी प्रखंड के विद्यालय में ऐसा देख गया तो सबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई तो की ही जाएगी, साथ ही संबंधित प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से बगैर स्पष्टीकरण पूछे ही प्रपत्र क गठित करते हुए कार्रवाई के लिए अनुशंसा की जाएगी। सभी प्रखंड शिक्षा अधिकारियों को अपने क्षेत्र के स्कूलों की समीक्षा का आदेश दिया है।

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