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Bihar Kidney Scandal: एसकेएमसीएच से नहीं लौटाई जाती सुनीता तो नहीं गंवानी पड़ती दोनों किडनी

Bihar Kidney Scandal दो माह पहले पहले आई थी एसकेएमसीएच कोरोना होने से नहीं हुआ था आपरेशन। किडनी गंवा चुकीं सुनीता की हुई डायलिसिस जान पर खतरा बरकरार। एसीएमओ ने मरीज का लिया हालचाल अविलंब किडनी ट्रांसप्लांट की दी सलाह।

By Ajit KumarEdited By: Updated: Mon, 12 Sep 2022 02:03 PM (IST)
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कोरोना जांच में पाजिटिव होने से उसका आपरेशन नहीं हो सका था। फोटो- जागरण

मुजफ्फरपुर, [अमरेंद्र तिवारी]। दोनों किडनी गंवा चुकीं सुनीता देवी की रविवार को एसकेएमसीएच (श्री कृष्ण मेडिकल कालेज एंड अस्पताल) में डायलिसिस की गई। इसके बाद भी उनकी जान को खतरा है। उन्हें बचाने के लिए किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत है। आइजीआइएमएस, पटना भेजने की तैयारी है। सुनीता को देखने के लिए एसीएमओ डा. एसपी सिंह पहुंचे। विशेषज्ञ चिकित्सकों से बातचीत की। लाइन आफ ट्रीटमेंट को देखा। बताया कि इलाज सही दिशा में चल रहा है। विशेषज्ञ चिकित्सक डा.आरोही कुमार के नेतृत्व में इलाज चल रहा है। एसीएमओ ने मरीज की पूरी रिपोर्ट देने को कहा है। उन्होंने कहा कि मरीज के बेहतर इलाज के लिए वह राज्य मुख्यालय, सिविल सर्जन और जिलाधिकारी को रिपोर्ट देंगे।

अस्पष्ट रिपोर्ट पर लगाई फटकार

एसीएमओ ने सीटी स्कैन की रिपोर्ट पर स्पष्ट कारण अंकित नहीं होने पर तैनात टेक्नीशियन विक्रम कुमार को फटकार लगाई। साथ ही फिर से सीटी स्कैन कर समुचित रिपोर्ट की प्रति बीएचटी में लगाने के लिए कहा। सुनीता के स्वजन ने एसीएमओ व अन्य अधिकारियों को आपबीती सुनाई। कहा कि दो माह पूर्व गर्भाशय के आपरेशन के लिए एसकेएमसीएच के मातृ-शिशु सदन में आई थी। कोरोना जांच में पाजिटिव होने से उसका आपरेशन नहीं हो सका था। इससे वह मायूस होकर गांव चली गई थीं। यहां से जाने के बाद बाद बरियारपुर स्थित शुभकांत क्लीनिक पहुंचीं। वहां चिकित्सक बिना कोरोना व अन्य जांच कराए आपरेशन को तैयार हो गए। आपरेशन में दोनों किडनी के साथ गर्भाशय को भी निकाल दिया। इससे उसकी स्थिति बिगड़ने लगी। क्लीनिक संचालक डा. पवन कुमार उसे पटना लेकर गंगाराम निजी अस्पताल में पहुंचा। यहां से रिपोर्ट देखने के बाद तत्काल पीएमसीएच रेफर किया गया। वहां से आइजीआइएमएस भेजा गया, जहां जगह नहीं मिली तो गांव लौट गई।

ट्रे में गर्भाशय व किडनी काटकर स्वजन को दिखाया

जांच को पहुंचे एसीएमओ ने कहा कि जानकारी में जो बातें सामनी आ रहीं, उसके अनुसार मरीज के आपरेशन के बाद एक ट्रे में गर्भाशय और किडनी को रखकर स्वजन को दिखाया गया। ऐसे लोग मेडिकल व्यवसाय को बदनाम कर रहे हैं। वह सकरा जाकर जांच अभियान चलाएंगे। एसकेएमसीएच के प्रभारी अधीक्षक डा.सतीश कुमार सिंह ने कहा कि मरीज की हालत स्थिर है। विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम इलाज कर रही है। डायलिसिस कराई गई है। मरीज पर खुद भी निगरानी रख रहे हैं। 

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