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Bihar Monsoon Update: बिहार में कब होगी झमाझम बारिश? मौसम विभाग ने दिया ताजा अपडेट

उत्तर बिहार के जिलों में आसमान में बादल छाए रह सकते हैं। 31 मई तक ज्यादातर स्थानों पर मौसम शुष्क रहेगा। एक-दो जून तक मैदानी इलाकों में हल्की बारिश या बूंदाबांदी होने का अनुमान है। पूर्वी चंपारण पश्चिम चंपारण व सीतामढ़ी में शुक्रवार से बारिश की संभावना जताई गई है। इस अवधि में अधिकतम तापमान 38-41 व न्यूनतम 25 से 28 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है।

By Jagran News Edited By: Rajat Mourya Updated: Wed, 29 May 2024 02:41 PM (IST)
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अगले सप्ताह बरस सकते हैं बादल, अभी हीट वेव से नहीं मिलेगी राहत (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Bihar Rain Forecast उमस और गर्मी से अभी राहत की उम्मीद नहीं है। अगले तीन से चार दिनों में मौसम शुष्क बना रहेगा। ऐसे में मध्यम हीट वेव चलने का अनुमान है। इसको लेकर मौसम विभाग की ओर से पूर्वानुमान जारी किया गया है।

बताया गया है कि उत्तर बिहार के जिलों में आसमान में बादल छाए रह सकते हैं। 31 मई तक ज्यादातर स्थानों पर मौसम शुष्क रहेगा। एक व दो जून तक मैदानी इलाकों में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश या बूंदाबांदी होने का अनुमान है।

पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण व सीतामढ़ी में शुक्रवार से बारिश की संभावना जताई गई है। वहीं इस अवधि में अधिकतम तापमान 38-41 व न्यूनतम 25 से 28 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है। 18 से 20 किमी की रफ्तार से पुरवा हवा चलेगी। 

'अगरे चार से पांच दिन बारिश के आसार, लेकिन...'

वरीय मौसम विज्ञानी डॉ. ए.सत्तार ने बताया कि अगले चार से पांच दिनों में बारिश की संभावना तो बन रही है, लेकिन गर्मी व उमस जारी रहेगी। कई स्थानों पर फिर से हीट वेव चलेगी। जून की शुरुआत में बारिश का अनुमान है। दूसरी ओर मंगलवार को उमसभरी गर्मी से लोग बेहाल रहे। सबसे अधिक परेशानी दोपहर में हुई। घरों में पंखा चलने के बाद भी राहत नहीं मिल रही थी।

मंगलवार को अधिकतम तापमान 36 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। यह सामान्य से 1.7 डिग्री अधिक था। वहीं न्यूनतम तापमान 25.6 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। यह सामान्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस अधिक दर्ज किया गया है।

गर्मी के साथ मौसमी बीमारी के बढ़े मरीज

तापमान में तेज रफ्तार के कारण मौसमी बीमारी के मरीज भी अस्पताल में आने लगे है। तापमान में तेजी से वृद्धि तथा गर्म हवाएं चलने लगी हैं, जिसके कारण लू लगने की आशंका बढ़ गई है। बुखार के साथ गर्मी बढ़ने के साथ ही डिहाइड्रेशन (निर्जलीकरण) से परेशानी होने लगी है।

एसकेसीएच की अधीक्षक डॉ. कुमारी विभा ने बताया कि अभी ओपीडी में औसतन 1600 से 1700 मरीज आते हैं। इसमें चार से पांच सौ मौसमी बीमारी के रहते हैं। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. एन के चौधरी ने कहा कि उनके यहां प्रतिदिन 800 से 1000 तक मरीज आ रहे हैं। इसमें से 150 से 200 मौसमी बीमारी यानी सर्दी-खांसी बुखार, कै-दस्त के मरीज रहते है।

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