Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    प्रसव के दौरान हुआ लड़का, नर्सिंग स्टाफ ने सौंपी लड़की...मुजफ्फरपुर पुलिस ने मामले को सुलझाने की निकाली तरकीब

    मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच में बच्चे की अदला-बदली का मामला सामने आया है। चंचला कुमारी ने आरोप लगाया कि उन्हें लड़का होने के बावजूद लड़की सौंपी गई। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज खंगाला लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। अधीक्षक ने जांच के लिए कमेटी गठित की है जो मामले की तहकीकात करेगी। डीएनए टेस्ट से मामले के स्पष्ट होने की उम्मीद है। Muzaffarpur News में पुलिस जांच जारी है।

    By babul deep Edited By: Ajit kumar Updated: Sun, 24 Aug 2025 01:34 PM (IST)
    Hero Image
    इस खबर में प्रतीकात्मक तस्वीर लगाई गई है।

    जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। SKMCH child swapping case: एसकेएमसीएच के एमसीएच से बच्चा बदलने के मामले को लेकर शनिवार को सीसी कैमरे की फुटेज की जांच की गई। दारोगा अनुष्का आर्या और जमादार दीपक कुमार सिंह ने दो घंटे तक फुटेज खंगाला।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हालांकि पुलिस को कुछ अहम सुराग हाथ नहीं लग सका है। दारोगा ने बताया कि वरीय पदाधिकारी से अग्रिम कार्रवाई की दिशा में लिए मार्गदर्शन मांगा जाएगा। इसी आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

    बताया गया कि सोमवार को एसकेएमसीएच के एमसीएच से अहियापुर थाना के विजयी छपरा के अजीत कुमार की पत्नी चंचला कुमारी का बच्चा बदलकर मेल बेबी की जगह फीमेल बेबी कर्मचारी ने दे दिया था।

    इसको लेकर चंचला ने एसकेएमसीएच पुलिस कैंप पर प्राथमिकी दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस एमसीएच में नाइट शिफ्ट में जन्मे सभी प्रसूताओं के यहां तहकीकात की, लेकिन पुलिस खाली हाथ रही।

    इसके बाद पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाला, जिसमें कुछ स्पष्ट नहीं हो सका है। उम्मीद जताई जा रही है कि पुलिस दो चंचला नाम से जन्म लिए बच्चा का डीएनए टेस्ट कराएंगी। तभी मामला स्पष्ट हो सकेगा।

    अधीक्षक ने टीम गठन का दिया आदेश

    प्रभारी अधीक्षक डा. सतीश कुमार सिंह को चंचला कुमारी की मिली शिकायत के बाद उन्होंने टीम गठन करने का आदेश लिपिक उमेश लाल देव को दिया है। प्रभारी अधीक्षक ने बताया कि चंचला कुमारी ने शिकायत की है कि एमसीएच में प्रसव के दौरान उसने लड़का को जन्म दिया था, जबकि नर्सिंग स्टाफ उसे लड़की सौंप दी।

    साथ ही उसने एमसीएच के कर्मचारी पर दो हजार रुपए लेने का आरोप लगाई है। सभी आरोपों की जांच के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. प्रतीमा के नेतृत्व में कमेटी गठन कर जांच करने का आदेश दिया गया है। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।