बीजेपी ने इस्लामिक आतंकवाद पर साफ किया अपना स्टैंड, बिहार की सुरक्षा व्यवस्था पर भी रखा पक्ष
Bihar politics बिहार भाजपा ने राज्य में पीएफआइ व एसडीपीआइ जैसे संगठनों के तेजी से हो रहे प्रसार पर अपनी चिंता प्रकट की है। विशेषकर शिक्षित लोगों के इससे जुड़ने पर। सरकार के सामने उपस्थित चुनौतियों के बारे में भी बात की।
मुजफ्फरपुर, [अमरेंद्र तिवारी]। बिहार में पापुलर फ्रंट आफ इंडिया यानी पीएफआइ का विजन डाक्यूमेंट सामने आने के बाद तरह-तरह की चर्चाएं तेज हो गई हैं। एक ओर जहां सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं वहीं दूसरी ओर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज है। एक-दूसरे को घेरने की कोशिश चल रही है। इन स्थितियों के बीच भारतीय जनता पार्टी ने अपना स्टैंड साफ कर दिया है। बिहार भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष व मुजफ्फरपुर से सांसद अजय निषाद ने मीडिया से बात करते हुए इस पर चिंता प्रकट की है। हालांकि उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों के काम की सराहना भी की।
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साधन संपन्न लोगों का जुड़ना नया ट्रेंड
मुजफ्फरपुर सांसद अजय निषाद ने कहा कि इन आतंकवादी संगठनों से शिक्षित युवाओं व सरकारी नौकरी में रह चुके लोगों का जुड़ना चिंताजनक है। यह एक नया ट्रेंड है। कहा कि पहले कम पढ़े लिखे और गरीब युवा गुमराह होकर इस रास्ते पर चल पड़ते थे। यह बात समझ में भी आती थी, लेकिन अब साधन संपन्न लोग इससे जुड़ रहे हैं। उन्हें हर तरह का ज्ञान है। यह बात चिंताजनक है। इस आेर सरकार को खास ध्यान देना होगा। इस पर विशेष काम करना होगा।
सुरक्षा एजेंसी बेहतर काम कर रही
पीएम मोदी के बिहार आगमन को निशाना बनाने की पीएफअाइ की साजिश व इंटेलिजेंस फेल होने के बारे में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि सुरक्षा एजेंसी को लेकर किसी भी तरह का सवाल उठाना सही नहीं है। पहले की घटनाओं में भी कार्रवाई हुई और दोषियों को सजा दिलाने का काम किया गया है। कहा, भारत सरकार देश की सुरक्षा से कोई भी समझौता नहीं करने वाली है। हमलोग शुरू से भाईचार कायम करके रहे हैं। पीएम मोदी के शासनकाल में कहीं भी भाईचारे को संकट की स्थिति नहीं बनी है। साधन संपन्न लोगों के इससे जुड़ने से उत्पन्न नई स्थिति पर काम करने की जरूरत है। उम्मीद है कि वर्तमान सरकार इसे बेहतर ढंग से करने में सफल रहेगी।