सीएम नीतीश कुमार के ये मंत्री क्यों कह रहे- चलनी हंसलन सूप के जेकरा अपने सहसर गो छेद
बिहार सरकार में भू एवं राजस्व मंत्री रामसूरत राय ने विपक्ष की ओर से लगाए जा रहे आरोपों को गलत बताया है। उन्होंने कहा है कि जिस स्कूल की बात की जा रही है उसकी जमीन मेरे भाई की है। भाइयों में बहुत पहले ही बंटवारा हो चुका है।
By Ajit KumarEdited By: Updated: Mon, 15 Mar 2021 06:17 AM (IST)
मुजफ्फरपुर, ऑनलाइन डेस्क। जिले के एक स्कूल से शराब बरामदगी की चर्चा इन दिनों राजनीतिक गलियारे में खूब हो रही है। वजह है इस स्कूल से सूबे के भू एवं राजस्व मंत्री रामसूरत राय के पिता का नाम जुड़ा होना। इसको आधार बनाकर इन दिनों विधानसभा में प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव सीएम नीतीश कुमार की सरकार पर हमला कर रहे हैं। वे मेवालाल की तरह ही रामसूरत राय से भी इस्तीफा मांग रहे हैं। हालांकि अब उन्होंने पलटवार शुरू कर दिया है।
तेजस्वी यादव के हमलावर रुख को देखते हुए उन्होंने भी एक साथ कई आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि जिस आधार पर तेजस्वी मुझसे इस्तीफे की मांग कर रहे हैं उस आधार पर क्या वे भी इस्तीफा देने के लिए तैयार होंगे। बिहार विधानसभा में हंगामा और आरोप-प्रत्यारोप के इस दौर के बीच मीडिया से बात करते हुए उन्होंने एक कहावत के माध्यम से अपनी बातें रखीं। कहा- चलनी हंसलन सूप के जेकरा अपने सहसर गो छेद। तेजस्वी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि तेजस्वी के पिताजी लालू प्रसाद यादव अभी चारा घोटाला के कई मामलों में सजायाफ्ता हैं। वे खुद आय से अधिक संपत्ति के मामले में जमानत पर हैं। ऐसे में उनको विधायक पद क्या, पूरी राजनीति से ही संन्यास ले लेना चाहिए।
भू एवं राजस्व मंत्री ने अपनी स्थिति को और स्पष्ट करते हुुए कहा कि इस मामले में जो लोग गिरफ्तार हुए हैं वे ही स्कूल का संचालन भी करते हैं। जमीन केवल मेरे भाई की है। वैसे हम चार भाइयों में पहले से ही बंटवारा हो चुका है। सभी अलग अलग कारोबार भी करते हैं। जहां तक स्कूल का नाम मेरे पिताजी के नाम पर रखे जाने का प्रश्न है तो यह उनकी सामाजिक लोकप्रियता की वजह से है। इस स्कूल का उद्घघाट मैंने किया था लेकिन, इसके संचालन से मेरा या मेरे परिवार के किसी का कुछ भी लेना देना नहीं है। विधानसभा में हो रहे हंगामे को उन्होंने सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए किया जाने वाला हथकंडा करार दिया।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।