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श्लोक अपहरण कांड: कोरियन वेब सीरिज देख रची किडनैपिंग की साजिश, पिट्ठू बैग ने कर दिया पर्दाफाश

Shlok Kidnapping Case बिहार के मुजफ्फरपुर में एक छात्र की किडनैपिंग के मामले में कई खुलासे हुए हैं। आरोपितों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने किडनैपिंग की साजिश कोरियन वेब सीरीज देखकर रची थी। लेकिन पिट्ठू बैग ने उनके पूरे प्लान पर पानी फेर दिया।

By Arun Kumar JhaEdited By: Rajat MouryaUpdated: Fri, 20 Oct 2023 02:59 PM (IST)
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श्लोक अपहरण कांड: कोरियन वेब सीरिज देख रची किडनैपिंग की साजिश, पिट्ठू बैग ने कर दिया पर्दाफाश
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Bihar Student Kidnapping Case अहियापुर के रसूल वाजिद गांव के पप्पू कुमार सिंह के पुत्र श्लोक कुमार सिंह (10) के अपहरण की कुमार गौरव व उसके भाई कुमार सौरभ ने कोरियन वेब सीरिज देखकर साजिश रची थी। दोनों ने शातिराना अंदाज में अपहरण की घटना को अंजाम दिया, लेकिन सौरभ के पिट्ठू बैग ने पर्दाफाश कर दिया।

पुलिस की पूछताछ में सौरभ ने बताया कि मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी मुख्य मार्ग एनएच है। वहीं, रसूलपुर वाजिद गांव के रिहायशी मोहल्ला में नए-नए भव्य मकान बन रहे हैं। यहां से किसी के अपहरण में फिरौती की राशि अधिक मिलने का लालच दिखा। इसी गांव में उसकी बहन का भी मकान बन रहा था। वह व उसका भाई कुमार गौरव इस स्थान की रेकी करने लगा।

पहले की दोस्ती, फिर कर लिया अपहरण

इस रेकी के दौरान उसे श्लोक दिखाई दिया। वह किसी निजी स्कूल में पढ़ता था। दोनों भाइयों ने उससे दोस्ती करने की साजिश रची। जब दोनों भाइयों को एहसास हो गया कि श्लोक पूरी तरह विश्वास में आ गया तो उसे अपना घर दिखाने का झांसा देकर बाइक पर बैठा लिया। शुरू में तो उसे अपहरण का एहसास नहीं हुआ।

जैसे ही उसे घर के बदले दूसरी ओर ले जाया जाने लगा तो उसे एहसास हुआ। उसने शोर मचाना शुरू किया। इस पर उसका मुंह बंद कर दिया गया। दोनों अपहर्ताओं ने फिरौती के लिए मोबाइल से काल करने के दौरान पुलिस को खूब छकाया। आसपास के सीसी कैमरे की फुटेज में सौरभ की पीठ पर लदा बैग ही नजर आता था।

रेलकर्मी राजेंद्र ने दिखाई दिलेरी, किडनैपर से भिड़े

छात्र श्लोक कुमार सिंह को अगवा कर 50 लाख की फिरौती वसूलने के अपहर्ताओं की मंशा पर रेलकर्मी राजेंद्र कुमार की दिलेरी ने पानी फेर दिया। दरअसल, श्लोक को कहीं ले जाकर छिपाने के लिए रुन्नीसैदपुर थाना क्षेत्र के गरगट्टा अथरी गांव का कुमार गौरव उसे लेकर बुधवार की रात रुन्नीसैदपुर रेलवे स्टेशन पहुंचा। उस समय स्टेशन सुनसान था।

गेटमैन राजेंद्र कुमार को प्लेटफार्म पर बच्चे के साथ एक व्यक्ति को देखकर उसे संदेह हुआ। पूछताछ की तो बच्चे ने उसे अपहरण किए जाने की बात बताई। इस बात को लेकर दोनों के बीच विवाद होने लगा और अपहर्ता कुमार गौरव उससे उलझ गया।

अलग-अलग जिलों में जाकर मांग रहा था फिरौती

सौरभ ने पांच बार रिक्शा चालक व अन्य दूसरे लोगों से मोबाइल लेकर सीतामढ़ी, मोतिहारी, रक्सौल व मुजफ्फरपुर के रामदयालु से काल कर 50 लाख रुपये की फिरौती की मांगी। बुधवार दोपहर उसने रामदयालु के निकट से काल कर श्लोक के पिता को फिरौती की राशि लेकर सीतामढ़ी जाने वाली ट्रेन से सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन के बाइक स्टैंड में पहुंचने को कहा।

कॉल करने वाली जगह के सीसी कैमरे में सौरभ का चेहरा तो नहीं आया, लेकिन उसकी पीठ पर लदा बैग पहचान में आ गया। ट्रेन से श्लोक के पिता के साथ जा रही पुलिस टीम ने बैग के आधार पर सीतामढ़ी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर सौरभ को पकड़ लिया। उसकी निशानदेही पर उसके गरगट्टा अथरी स्थित आवास पर बुधवार की रात छापेमारी की गई। वहां श्लोक नहीं मिला। हालांकि वहां बाइक व कार खड़ी मिली।

'किसी अपरिचित को नहीं दें मोबाइल'

एसएसपी राकेश कुमार ने आमलोगों से अपील करते हुए कहा है कि किसी भी अपरिचित को बात करने के लिए मोबाइल नहीं दें, अन्यथा आपकी परेशानी बढ़ सकती है। क्योंकि अहियापुर से अपहृत छात्र के मामले में अपहर्ताओं द्वारा रिक्शा वाले से मोबाइल मांगकर फिरौती मांगने के लिए काल किया गया था। इसलिए इस घटना से सबक लेने की जरूरत हैं, ताकि कभी किसी परेशानी में नहीं फंसे।

श्लोक के पिता ने कहा, 'थैंक्यू मुजफ्फरपुर पुलिस'

अपहृत पुत्र की बरामदगी के पप्पू कुमार ने कहा कि अपहर्ताओं ने जो फिरौती कि राशि मांगी थी। वह उनके लिए काफी थी। पुलिस अधिकारी उसे विश्वास दिला रहे थे कि वे अपहर्ताओं को गिरफ्तार कर उनके पुत्र को सकुशल बरामद कर लेंगे। उन्होंने पुत्र की सकुशल बरामदगी पर एसएसपी समेत पूरी टीम को थैंक्यू कहा।

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