Bihar News: भीड़ और हंगामे के बीच 926 अभ्यर्थियों की हुई काउंसलिंग, सत्यापन प्रक्रिया में बदलाव का लिया गया फैसला
Bihar News बिहार के सिकंदरपुर में अध्यापक भर्ती के लिए चुने गए अभ्यर्थियों की भारी भीड़ देखने को मिली। अफरा-तफरी के माहौल के बीच माध्यमिक व उच्च माध्यमिक के लिए 926 अभ्यर्थियों की काउंसलिंग की गई। वहीं डीआरसीसी सिकंदरपुर में शिक्षक पद के लिए चयनित अभ्यर्थियों के हंगामे व अत्यधिक भीड़ को देखते हुए सत्यापन की प्रक्रिया में बदलाव का फैसला लिया गया है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। सिकंदरपुर स्थित जिला निबंधन और परामर्श केंद्र में रविवार को भी अध्यापक भर्ती के लिए चयनित अभ्यर्थियों की भारी भीड़ रही। टोकन की व्यवस्था किए जाने के बाद भी सुबह में पुलिसकर्मियों के नहीं होने पर अभ्यर्थी बिना टोकन जबरन काउंसलिंग केंद्र में प्रवेश कर गए।
अधिकारियों, कर्मियों और टोकन लिए कतार में खड़े अभ्यर्थियों से इनकी तीखी बहस भी हुई। रविवार को दोपहर में नए अभ्यर्थियों को टोकन दिया जाना था। पहले शनिवार के बचे हुए अभ्यर्थियों के प्रमाणपत्रों का सत्यापन होना था, लेकिन बाद में आने वाले अभ्यर्थी पहले काउंसलिंग के लिए दबाव बना रहे थे।
केंद्र के भीतर अफरातफरी का माहौल
ऐसे में, केंद्र के भीतर अफरातफरी का माहौल उत्पन्न हो गया। अधिकारियों ने एसडीओ पूर्वी और पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिसकर्मियों के पहुंचने के बाद किसी तरह अभ्यर्थियों को समझाकर कतार में लगाया गया।
प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च माध्यमिक के लिए पांचवें दिन रविवार को 926 अभ्यर्थियों की काउंसलिंग की गई। इसमें से 700 अभ्यर्थियों को शनिवार को ही कूपन दे दिया गया था, वहीं शेष 226 अभ्यर्थी रविवार को कतार में लगे थे।
शनिवार को जिन अभ्यर्थियों को कूपन मिला था वे सुबह से ही कतार में खड़े हो गए थे। शाम सात बजे सर्वर डाउन हो जाने के कारण काउंसलिंग बंद करनी पड़ी।
काउंटर के पास नेटवर्क नहीं होने से समस्या
काउंसलिंग के पहुंचने वाले अभ्यर्थियों के मोबाइल नंबर पर सत्यापन के दौरान एक ओटीपी आता है। डीआरसीसी में काउंसलिंग काउंटर के पास नेटवर्क की समस्या के कारण ओटीपी आने में विलंब होता है। इस कारण पीछे कतार में खड़े अभ्यर्थियों ने हंगामा किया।
कई अभ्यर्थी दूसरे राज्यों से पहुंचे थे, लेकिन अत्यधिक भीड़ होने के कारण उनकी काउंसलिंग नहीं हो सकी। इधर, शिक्षा विभाग की ओर से सर्टिफिकेट और आधार पर नाम में अंतर के कारण जिन अभ्यर्थियों की काउंसलिंग रोकी गई थी। उन्हें विभाग ने राहत दी है। कहा गया है कि आधार नंबर के अनुसार ही उन्हें ओटीपी मिलेगा। इसके बाद वे सत्यापन की प्रक्रिया करा सकेंगे।
सत्यापन की प्रक्रिया में लिया गया बदलाव का फैसला
डीआरसीसी सिकंदरपुर में शिक्षक पद के लिए चयनित अभ्यर्थियों के हंगामे व अत्यधिक भीड़ को देखते हुए सत्यापन की प्रक्रिया में बदलाव का फैसला लिया गया है। अब काउंसलंग के लिए पहले कूपन दिया जाएगा। उसके बाद अंदर जाने की अनुमति मिलेगी।
700 अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों का ही सत्यापन होगा। कक्षा 1 से 5, 9 से 10 व 11 से 12 के सफल अभ्यर्थियों के कागजात का सत्यापन 31 अक्टूबर तक होगा। जिला शिक्षा अधिकारी ने बताया कि सुबह 9 बजकर 15 मिनट से कूपन वितरिण किया जाएगा।
यह प्रतिदिन डीआरसीसी के पूर्वी गेट से जारी होगा। कूपन प्राप्त होने के बाद ही हाल में प्रवेश की अनुमिति दी जाएगी। अत्यधिक भीड़ का देखते हुए यह फैसला लिया गया है। इससे दूर-दराज से आने वाले अभ्यर्थियों को किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।
सर्वर की वजह से भी परेशानी हो रही है। अभ्यर्थी ने बताया कि कभी सर्वर के गायब होने तो कभी धीरे होने की वजह से सत्यापन की प्रक्रिया बाधित हो जा रही है।
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