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बिहार में सीएम नीतीश कुमार के मंत्री ने अजान को लेकर कह दी बड़ी बात, रखी यह मांग

Bihar assembly by-election 2022 बिहार की एकमात्र बोचहां विधानसभा सीट उपचुनाव के लिए प्रचार का काम चरम पर पहुंच गया है। इसमें हर तरह की राजनीतिक चालें चली जा रही हैं। इस बीच बिहार सरकार के मंत्री ने अजान को लेकर सख्त बयान दे दिया है।

By Ajit KumarEdited By: Updated: Fri, 08 Apr 2022 08:40 AM (IST)
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नीतीश कुमार के मंत्री के इस बयान के बाद विवाद बढ़ने की आशंका प्रकट की जा रही है। फाइल फोटो
मुजफ्फरपुर, आनलाइन डेस्क। बोचहां विधानसभा उपचुनाव में अब बहुत कम दिन शेष रह गए हैं। चुनाव प्रचार का काम अपने चरम पर पहुंच गया है। सभी दलों ने अपनी-अपनी ताकतें झोंक रखी हैं। हर तरह की चाल राजनीतिक दल चल रहे हैं। आरोप-प्रत्यारोप से लेकर दावे और प्रतिदावे भी किए जा रहे हैं। इस बीच सीएम नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में भाजपा कोटे से मंत्री जनक राम ने अजान का लेकर एक विवादास्पद बयान दे दिया है। उन्होंने बिहार सरकार से एक अजीबोगरीब मांग रखी है। कहा जा रहा है कि उनकी इस मांग के बाद बिहार में फिर से राजनीतिक हवा गर्म हो सकती है। हालांकि अभी महाराष्ट्र में इस तरह का विवाद चल रहा है। कुछ लोग इसे चुनाव और उससे जुड़ी राजनीति से भी जोड़कर देख रहे हैं। 

होली-दिवाली में रोक तो अजान पर क्यों नहीं

बोचहां विधानसभा उपचुनाव के लिए एनडीए प्रत्याशी बेबी कुमारी के समर्थन में चुनाव प्रचार करने पहुंचे भू खनन मंत्री जनक राम बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के हरिजन छात्रावास भी गए थे। वहां उन्होंने छात्रों से मुलाकात और बात की। इसके बाद मीडियाकर्मियों से कहा कि बिहार में भी मस्जिदों से लाउडस्पीकर पर अजान पढ़ने पर रोक लगा देनी चाहिए। इससे आसपास के दूसरे समुदाय के लोगों को परेशानी होती है। छात्र-छात्राओं को भी पढ़ने में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि जब संविधान का हवाला देकर होली और दीपावली के दौरान डीजे या अन्य चीजों पर रोक लगाई जाती है तो मस्जिदों में भी रोक होनी चाहिए। मंत्री जनक राम ने कहा कि एक जनप्रतिनिधि के रूप में उन्हें कई बार इस तरह की शिकायतें मिली हैं कि अजान की वजह से परेशानी हो रही है।

खुले में नमाज पर रोक की उठी थी मांग

यह कोई पहला मौका नहीं है जब एक समुदाय विशेष से जुड़े मुद्​दों को लेकर भाजपा के मंत्री या नेता ने आक्रामक बयान दिया हो। इससे पहले भी गुरुग्राम में खुले में नमाज पढ़ने का मुद्​दा उठने के बाद यहां भी भाजपा के विधायक हरिभूषण ठाकुर ने इसे प्रतिबंधित करने की मांग रखी थी। उस समय भी खूब विवाद हुआ था। इसका सत्ताधारी दल के अंदर ही विरोध शुरू हो गया था। इसलिए इस बात की आशंका प्रकट की जा रही है कि इस मांग के बाद भी कहीं इसी तरह की स्थिति न उत्पन्न हो जाए। वैसे राजनीति के जानकार इसे बोचहां चुनाव के संदर्भ में दिया गया बयान भी करार दे रहे हैं। उनका कहना है कि भाजपा की यह शैली रही है। वह उसके अनुसार ही काम कर रही है।

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