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'महात्मा गांधी की 1917 में जहर देकर हत्या...', BPSC के ऐसे सवाल देख चकराए परीक्षार्थी, क्या आप जानते हैं जवाब

Bihar News इस बार 69वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा में काफी कठिन प्रश्न आए थे। परीक्षा देकर निकल रहे अभ्यर्थियों ने बताया कि इसबार यूपीएससी के पैटर्न पर प्रश्न पूछे गए थे जो 68वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा की तुलना में काफी कठिन थे। हालांकि कुछ प्रश्न पिछली परीक्षा से भी दोहराए गए। चंपारण सत्याग्रह से भी कई सवाल पूछे गए थे।

By Ankit KumarEdited By: Aysha SheikhUpdated: Sun, 01 Oct 2023 01:03 PM (IST)
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'महात्मा गांधी की 1917 में जहर देकर हत्या...', BPSC के ऐसे सवाल देख चकराए परीक्षार्थी, क्या आप जानते हैं जवाब
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। बिहार लोक सेवा आयोग की ओर से शनिवार को जिले में 22 केंद्रों पर 69वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा हुई। इस बार 68वीं संयुक्त प्रारंभि परीक्षा की तुलना में प्रश्नों का स्तर अधिक कठिन रहा।

प्रॉब्लम स्टेटमेंट प्रश्नों ने अभ्यर्थियों को परेशान किया। करेंट अफेयर्स, साइंस और इतिहास के सवालों को भी घुमाकर पूछा गया था। आरडीएस कॉलेज केंद्र से परीक्षा देकर निकल रहे अभ्यर्थियों ने बताया कि इसबार यूपीएससी के पैटर्न पर प्रश्न पूछे गए थे।

हालांकि, प्रश्नों के उत्तर के रूप में दिए गए विकल्प ने थोड़ी राहत जरूर दी। पिछली परीक्षा में तीन सामान्य के बाद चौथे विकल्प के रूप में इनमें से सभी और पांचवां विकल्प इनमें से कोई नहीं रहता था।

इसबार चार ही विकल्प दिए गए। वह भी सामान्य थे। परीक्षा देकर निकले अभ्यर्थी ने बताया कि कुछ प्रश्न पिछली परीक्षा से दोहराए गए हैं। वहीं चंपारण सत्याग्रह से भी कई प्रश्न थे।

बिहार स्पेशल में पूछे गए सवाल

बिहार का वह रसोइया जिसने 1917 में महात्मा गांधी को जहर देकर हत्या के प्रयास को विफल कर दिया, गंडक नदी को और किस नाम से जाना जाता है, बिहार केसरी के नाम से किस नेता को जाना जाता है समेत अन्य कई प्रश्न बिहार स्पेशल में पूछे गए।

दो घंटे में कुल 150 प्रश्नों का उत्तर देना था। अधिकतर अभ्यर्थी 100 का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए। इसका कारण था कि इसबार से तीन प्रश्न गलत होने पर एक सही प्रश्न के लिए मिलने वाला अंक घटाए जाने की व्यवस्था शुरू की गई है। ऐसे में अभ्यर्थी जिन प्रश्नों को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नहीं थे उसका उत्तर देने से बचने का प्रयास किया।

परीक्षा के बाद वापस लौटने पर ट्रेनों में उमड़ी भीड़

दो बजे परीक्षा समाप्त होने के बाद जब परीक्षार्थी निकले तो पूरे शहर में जाम की स्थिति हो गई। तीन बजे के बाद जंक्शन से गुजरने वाली ट्रेनों से सफर करने को लेकर वहां अभ्यर्थियों की भारी भीड़ थी।

अधिकतर ट्रेनों में स्लीपर कोच में भी बड़ी संख्या में अभ्यर्थी सवार हो गए। इससे उसपर सफर कर रहे यात्रियों को असुविधा हुई। बैरिया बस पड़ाव में भी अभ्यर्थी गंतव्य तक जाने के लिए बड़ी संख्या में पहुंचे थे।

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