Chargesheet Filed in Ravi Chaurasia Case ISI एजेंट को रक्षा संबंधी सूचना देने के मामले में पिछले साल गिरफ्तार रवि चौरसिया पर पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। पुलिस ने कहा कि उसके विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं। स्पीडी ट्रायल के जरिये उसे सजा दिलाने की कोशिश की जाएगी।
By Sanjiv Kr SinhaEdited By: Ashish PandeyUpdated: Wed, 15 Feb 2023 12:11 PM (IST)
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर: आइएसआइ एजेंट को रक्षा संबंधी सूचना देने के मामले में पिछले साल कटरा रजिस्ट्री आफिस से गिरफ्तार रवि चौरसिया पर पुलिस ने चार्जशीट दाखिल कर दी है। पुलिस का कहना है कि उसके विरुद्ध पर्याप्त साक्ष्य मिले हैं और उसके आधार पर ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई है। इस मामले में स्पीडी ट्रायल के जरिये उसे सजा दिलाने की कोशिश की जाएगी।
पाठकों की जानकारी के लिए बता दें कि आइएसआइ एजेंट छद्म नामधारी सान्वी शर्मा से फेसबुक के माध्यम से रवि चौरसिया की दोस्ती हुई थी। इसके बाद वह महिला मित्र के झांसे में आकर उसके गिरफ्त में फंसता चला गया। उसी के कहने पर रवि रक्षा संबंधित सूचनाएं भी उपलब्ध कराने लगा। इसके बदले उसे मोटी रकम भी मिलती थी।
पिछले साल दिसंबर में किया गया था गिरफ्तार
बताते चलें कि जब रवि चौरसिया रक्षा मंत्रालय के चेन्नई के अवाडी स्थित भारी वाहन निर्माण कारखाना में लिपिक पद पर कार्यरत था, तभी आइएसआइ की महिला हैंडलर सान्वी शर्मा के छद्म नाम से उसके संपर्क में आई थी। इसके बाद वह रक्षा विभाग से संबंधित गोपनीय सूचनाएं व तस्वीर उसे उपलब्ध कराने लगा। कुछ दिन बाद जब उसने बिहार एसएससी की परीक्षा पास कर ली तो रक्षा मंत्रालय की नौकरी छोड़ दी और उसकी तैनाती कटरा रजिस्ट्री आफिस में हो गई।
खुफिया विभाग की सूचना पर उजागर हुआ था मामला
जांच के दौरान रवि के कई बैंक खातों को खंगाला गया और इसके बाद उन खातों को फ्रीज करने की कवायद की गई। गिरफ्त में आने के बाद रवि चौरसिया से पूछताछ में पुलिस को काफी जानकारियां मिली थी। पुलिस उसके मोबाइल की कॉल डिटेल्स खंगालकर अन्य आरोपितों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। मामला प्रकाश में आने के बाद उसे निलंबित कर दिया गया था। बता दें कि आइबी की गुप्त सूचना के बाद इस पूरे मामले का पर्दाफाश हुआ था। इस मामले में पुलिस के साथ कई एजेंसियां भी जांच में जुटी हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।