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DigiLocker Degree Certificate: अब छात्र-छात्राओं को डिजिलॉकर पर मिलेगी डिग्री, जन्मतिथि भी होगी अंकित

DigiLocker Degree Certificate डिजिलाकर एक भारतीय ऑनलाइन सेवा है। यह भारत सरकार का राष्ट्रीय पोर्टल पर है। पिछले दिनों विश्वविद्यालय ने इस पर अपना रजिस्ट्रेशन कराया था। उसके बाद विश्वविद्यालय का वेरीफिकेशन किया गया। डिजिलॉकर की सुविधा मिलने से छात्र-छात्राओं को अपने साथ सर्टिफिकेट को ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वे अपने यूजर आइडी और पासवर्ड से इसे डाउनलोड कर सकेंगे।

By Jagran NewsEdited By: Rajat Mourya Published: Fri, 10 May 2024 02:59 PM (IST)Updated: Fri, 10 May 2024 02:59 PM (IST)
अब छात्र-छात्राओं को डिजिलॉकर पर मिलेगी डिग्री, जन्मतिथि भी होगी अंकित

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। लंबे इंतजार के बाद अब बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं को डिजिलॉकर से डिग्री मिलेगी। सबसे खास बात यह कि डिजिलॉकर से जारी होने वाली डिग्री पर छात्र-छात्राओं की जन्मतिथि अंकित रहेगी।

पहले चरण में सत्र 2020 तक स्नातक उत्तीर्ण होने वाले छात्र-छात्राओं को डिजिटल डिग्री मिलेगी। शुक्रवार को विश्वविद्यालय में इसकी विधिवत शुरूआत की जाएगी। परीक्षा विभाग का हर वर्ष करीब 90 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं की डिग्री डिजिलॉकर पर अपलोड करने का टारगेट है।

दूसरी ओर अब तक विश्वविद्यालय की ओर से जारी होने वाली डिग्री पर विद्यार्थी की जन्मतिथि अंकित नहीं होती थी। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डीसी राय की ओर से लगातार इसकी मॉनिटरिंग की जा रही थी। दूसरी ओर योगदान करने के साथ ही वे विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं को दी जाने वाली इस सुविधा की शुरुआत के लिए प्रयास कर रहे थे।

पिछले दिनों उन्होंने छात्र-छात्राओं का डाटा डिजिलॉकर पर अपलोड करके विश्वविद्यालय के लाखों रुपये की बचत की थी। एजेंसी ने डाटा अपलोड करने के लिए प्रति छात्र 9.80 रुपये की दर निर्धारित की थी।

कुलपति की पहल पर विश्वविद्यालय के स्तर से ही छात्र-छात्राओं का डाटा अपलोड करने का फैसला किया गया। अब हर वर्ष यह डाटा विश्वविद्यालय ही अपलोड करेगा। डिजिलॉकर को लगातार अपडेट भी किया जाएगा। इसमें विभिन्न कोर्स के लिए अलग- अलग फार्मेट होगा।

डीम्ड डेट के बाद मिलेगी तीन सत्रों की डिग्री

राजभवन से दीक्षा समारोह का डीम्ड डेट जारी नहीं होने से अब भी विश्वविद्यालय में तीन सत्र के छात्र-छात्राओं को डिग्री नहीं मिल पा रही है। बताया जा रहा है कि चुनाव के बाद विश्वविद्यालय के स्तर से दीक्षा समारोह कराए जाने का प्रस्ताव राजभवन को भेजा जाएगा। सत्र 2021 से 2023 तक स्नातक उत्तीर्ण होने वाले छात्र-छात्राओं को डिग्री नहीं मिल पा रही है।

वेरिफिकेशन में भी नहीं होगी परेशानी

डिजिलाकर एक भारतीय ऑनलाइन सेवा है। यह भारत सरकार का राष्ट्रीय पोर्टल पर है। पिछले दिनों विश्वविद्यालय ने इस पर अपना रजिस्ट्रेशन कराया था। उसके बाद विश्वविद्यालय का वेरीफिकेशन किया गया। डिजिलॉकर की सुविधा मिलने से छात्र-छात्राओं को अपने साथ सर्टिफिकेट को ले जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वे अपने यूजर आइडी और पासवर्ड से इसे डाउनलोड कर सकेंगे। साथ ही डिग्री का सत्यापन भी आसान हो गया है। इससे समय की बचत होगी।

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