Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

साइबर अपराधियों ने बदला ट्रेंड, फिंगर प्रिंट क्लोनिंग कर खाली कर रहें खाते, इस तरह करें बचाव

East Champaran Crime विभिन्न बैंकों के सीएसपी सहित अंगूठा आधारित इलेक्ट्रॉनिक मशीनों से निरक्षर महिलाएं निकालती पैसे। महंगे केमिकल के इस्‍तेमाल से करता फिंगर प्रिंट क्लोन। लाखों रुपये का लगा चुका चूना। न्यायिक हिरासत में भेजा गया जालसाज।

By Ajit KumarEdited By: Updated: Thu, 04 Aug 2022 12:09 PM (IST)
Hero Image
मधुबन से गिरफ्तार जालसाज रौशन कुमार के साथ पुलिस जवान। फोटो- जागरण

मधुबन (पूचं), जासं। हाल के दिनों में साइबर जालसाजों की सक्रियता ने सीधे-साधे लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी है। साइबर फ्रॉड नये-नये तरीकों का इस्तेमाल करते रहते हैं। कोई आपसे ओटीपी लेकर या फिर मोबाइल संदेशों में उलझाकर या एटीएम कार्ड बदलकर बड़़ी आसानी से आपके बैंक खातों से रुपये उड़ा लेता हैं तो कोई दूसरे माध्यम से। इसी कड़ी में स्थानीय पुलिस ने एक ऐसे जलासाज को गिरफ्तार किया है जो फिंगरप्रिंट क्लोनिंग कर खातों से रुपये निकाल लेता था।

प्राथमिकी के बाद महिला के पैसे एकाउंट में कर दिया वापस

पकड़ा गया जालसाज मधुबन पुरानी बाजार निवासी रौशन कुमार बताया गया है। वह मलंग चौक के पास प्रशांत सर्विसेज नाम से आधार कार्ड आधारित रुपये की निकासी का काम करता था। इसके विरूद्ध थाना क्षेत्र के बारामंगरू गांव निवासी हरिश्चन्द्र महतो की पत्नी अनीता देवी ने प्राथमिकी दर्ज कराई है।

महिला ने प्राथमिकी में कहा है कि वह प्रशांत सर्विसेज में रुपये निकालने के लिए गई थी, जहां रौशन ने फर्जी तरीके से उसके खाते से 20 हजार रुपये निकाल लिया। उनके द्वारा पूछताछ करने के बाद उसने पुन: उस पैसे को उसके बैंक एकाउंट में वापस कर दिया। इसी क्रम में वहां अन्य महिलाएं पहुंच कर आरोप लगाने लगी कि उन सभी का पैसा भी बैंक एकाउंट से उड़ा लिया है।

दर्जनों लोगों के खाते से निकाल चुका है लाखों रुपये

बारा मंगरू गांव की राजकुमारी देवी के बैंक खाते से 9900 रूपये, दूसरी बार में 10 हजार रुपये, कृष्णानगर गांव की सविता देवी खाते से 20 हजार, फेनहारा थाना क्षेत्र के कालुपाकड़ गांव के नरेश मुखिया की पत्नी ललिता देवी के खाते से 32 हजार रुपये निकाले की बात सामने आयी है। पुलिस की पूछताछ में रौशन ने इस धंधे में संलिप्त कई जालसाजों के नाम का खुलासा किया है। गिरफ्तार जालसाज को न्यायिक हिरासत में मोतिहारी भेज दिया गया है।

फाइनेंस कंपनी के कर्मियों से साठगांठ, महंगे केमिकल का इस्तेमाल

थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि रौशन फिंगरप्रिंट को क्लोन करने में माहिर है। कुछ फाइनेंस कंपनी के कर्मियों द्वारा इससे ऋण लेने वाले ग्राहकों का फिंगरप्रिंट का नमूना बनवाया जाता था। इसी क्रम में वह महंगे केमिकल से फिंगरप्रिंट क्लोन कर अपने पास सुरक्षित रख लेता था। बाद में इसके जरिये वह बैंक खाते से आसानी से रुपये निकाल लिया करता था। पुलिस के अनुसार जालसाजों के नेटवर्क में शामिल फाइनेंस कंपनी के कर्मचारियों की खोजबीन शुरू कर दी है।

क्‍लोनिंग से बचाव के उपाय

  • अच्छी बात यह है कि यह तकनीक समय लेने वाली है और इसे दोहराने में अक्सर मुश्किल होती है।
  • कोशिश यह करें की जब भी अंगूठा आधारित इलेक्ट्रॉनिक मशीनों पर उंगलियों के निशान ना छोड़ें, इस्‍तेमाल करने के बाद उंगली टेढ़ी कर के स्‍क्रीन को पोछ लें।
  • हैकर को आपके प्रिंट तक सीधी पहुंच की आवश्यकता होती है, वे एक समय में केवल एक व्यक्ति को लक्ष्य बना सकते हैं, इसके लिए प्रिंटों को साफ होना चाहिए।
  • इसलिए कोशिश यह करें की आपके तुरंत पहले या बाद में दुसरे व्यक्ति ने उस मशीन का इस्‍तेमाल किया हो।
लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें