Move to Jagran APP

Madhubani: मरा समझकर दुधमुंही बच्ची को ह्यूम पाइप में फेंका, दुर्गा ने दिया सहारा, नाम रखा लक्ष्मी

Madhubani News जा को राखे साइयां मार सके न कोई... ह्यूम पाइप में लावारिस हालत में मिली बच्ची गले में था फंदा। कबियाही गांव की दुर्गा देवी ने बच्ची के पालन-पोषण का उठाया जिम्मा। बच्ची की उम्र छह-सात माह आंकी जाती है।

By Murari KumarEdited By: Updated: Sat, 27 Mar 2021 04:33 PM (IST)
Hero Image
दुर्गा देवी के आंगन में किलकारी मारती बच्ची।

बाबूबरही (मधुबनी), जासं। न जाने क्या आफत आ पडी थी कि दुधमुंही बच्ची को मारकर या मरने को या फिर मरा समझकर ह्यूम पाईप में फेंक दिया था। लेकिन, जा को राखे साइयां, मार सके न कोई। आज वह सुंदर सी सलोनी बच्ची बाबूबरही थाना क्षेत्र के कबियाही गांव के घूरन पासवान की पत्नी दुर्गा देवी के घर किलकारियां भर रही है। इसे देखने लोगों का हुजूम उमड रहा है। जानकारी के अनुसार शुक्रवार की दोपहर दुर्गा देवी अपनी बहू नीतू देवी के संग बधार घास काटने गई थी। बधार में ह्य्म पाईप से उक्त बच्ची के कराहने की आवाज आई। दुर्गा देवी के संग अन्य लोग भी वहां आ पहुंचे। बच्ची के गले में गमछा से फंदा लगा था और वह चादर में लिपटी थी। लोगों ने बच्ची के गले से तुरंत फंदे को हटाया। गर्दन पर अब भी फंदे का निशान दिख रहा है।

 इसे दुर्गा अपने घर ले आई। बच्ची की उम्र छह-सात माह आंकी जाती है। बच्ची ने भूरा रंग का पैंट व इसी रंग का टीशर्ट पहना था। हालांकि, दुर्गा ने उक्त कपडे को हटा अपने घर के कपडे उसे पहना दिए। दुर्गा के भतीजी अनीता के गोद में बच्ची किलकारियां भर रही थी। बताया कि बच्ची का नाम लक्ष्मी रखा गया है। दुर्गा बच्ची के लिए दवा लाने बाजार गई थी। लोगों ने बताया कि दुर्गा को तीन बेटे, दो बेटियां व नाती पोते भी हैं। फिर भी वह बच्ची का पालन-पोषण करने को तैयार है। बच्ची की पहचान अब तक नहीं हो पाई है।लोग तरह तरह के कयास लगा रहे हैं।

यह भी पढ़ें: Earth Hour Day 2021: उत्‍तर बिहार में मनाया जा रहा अर्थ आवर, लोगों ने एक घंटे तक किया बत्‍ती बंद

यह भी पढ़ें: Positive India: इंजीनियरिंग की नौकरी छोड़ खोली बिस्कुट फैक्ट्री, करीब 45 लोग को दे रहे रोजगार

यह भी पढ़ें: Madhubani: मरा समझकर दुधमुंही बच्ची को ह्यूम पाइप में फेंका, दुर्गा ने दिया सहारा, नाम रखा लक्ष्मी

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।