Muzaffarpur: मजदूर के घर जल रहे एक-दो बल्ब... बिल आया सवा करोड़ का, मीटर लगाने वाले कर्मी पर FIR का आदेश
जिले में बिजली बिल को लेकर कई बार कई तरह की गड़बड़ी आती रही हैं लेकिन ढोली सेक्शन में एक मजदूर के घर का बिजली बिल सवा करोड़ आ गया है। इससे विभाग के सभी अधिकारियों को कठघरे में खड़ा कर दिया है। आश्चर्य तो यह कि बिजली बिल बनने के बाद इलाके के किसी विद्युत अधिकारी ने उक्त बिल को वेराफाई करना भी मुनासीब नहीं समझा।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। 1.25 Crore Electricity Bill Came In Laborer's House: जिले में बिजली बिल को लेकर कई तरह की गड़बड़ी आती रही है, लेकिन ढोली सेक्शन में एक मजदूर के घर का बिजली बिल सवा करोड़ आ गया है। इससे विभाग के सभी अधिकारियों को कठघरे में खड़ा कर दिया है।
आश्चर्य तो यह कि बिजली बिल बनने के बाद इलाके के किसी विद्युत अधिकारी ने उक्त बिल को वेराफाई करना भी मुनासीब नहीं समझा। उपभोक्ता की शिकायत मिली तब जाकर मामला संज्ञान में आया।
ये है पूरा मामला
विद्युत कार्यपालक अभियंता ने इस पर त्वरित संज्ञान लेकर सहायक विद्युत अभियंता ढोली को भेजा। उसके बाद बिजली बिल को कम कर दिया। उसके बाद विद्युत कार्यपालक अभियंता श्रवण ठाकुर के आदेश पर मीटर लगाने वाले सेक्योर कंपनी के कर्मी को चिंहित कर एफआईआर करने का आदेश दिया है।अब उपभोक्ता के बिजली बिल में जितना भी पैसा कम किया गया है। इसके बाद भी वह कई गुणा अधिक है। इधर सवा करोड़ का बिजली बिल देखकर मजदूर सदमे में है। यह बिल मुशहरी प्रखंड के मनिका विष्णुपुर चांद निवासी मजदूर जमीर अंसारी की है।
2013 से लगातार बिल कर रहे हैं जमा
उन्होंने 2013 में बिजली कनेक्शन लिया तब से लगातार बिजली बिल जमा कर रहे हैं। कभी दस यूनिट तो कभी साढ़े तीन सौ यूनिट बिल बनाया। उपभोक्ता ने बताया कि उसके घर में बहुत बल्ब जलता है। इसलिए बिल भी उसी हिसाब से आता है।ये भी पढ़ें- दूसरे राज्यों में भी लोकसभा चुनाव लड़ेंगे Lalu Yadav ? I.N.D.I.A की बैठक में कांग्रेस के सामने रख दी बड़ी मांग
दिसंबर में पुराना मजदूर के घर पुराना माटर हटाकर स्मार्ट मीटर लगा गया था और बिजली कर्मी द्वारा 36 लाख 45 हजार 488 यूनिट फीड कर दी गईं। इसके चलते एक करोड़ 29 लाख 846 रुपये का बिल बना दिया। इसकी शिकायत विद्युत अधिकारी से की गई तो शनिवार को बिल को माइनस कर 33378 बना दिया गया।
उनका कहना है कि इतना बिल तो कभी जिंदगी में नहीं दे पाएंगे। कमाते हैं तो एक शाम का भोजन चलता है। इस तरह के बिजली बिल से विभाग के अधिकारियों पर भरोसा उठता जा रहा है। विद्युत कार्यपालक अभियंता ने बताया कि सिक्योर कंपनी के अधिकारी को मीटर लगाने वाले कर्मी को चिंहित कर एफआईआर का आदेश दिया है।ये भी पढे़ं- नौकरी देने के मामले में बिहार ने पूरे देश में रचा इतिहास, महज 72 दिनों में कर डाली 2.17 लाख नियुक्ति
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