बिहार के इन तीन जिलों में मुख्य सड़कों पर बह रहा पानी, बाढ़ के खतरों को लेकर दहशत में लोग; अब सता रही ये चिंता
Bihar Flood News बिहार के तीन जिलों में बाढ़ का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। नदियों के जलस्तर में काफी वृद्धि देखी जा रही है। आलम यह है कि मुख्य सड़कों पर तीन से चार फीट तक पानी बह रहा है। बाढ़ के खतरे को लेकर लोगों के बीच दहशत का माहौल है। पानी फैल जाने की वजह से लोग मवेशियों को लेकर काफी चिंतित हैं।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। नेपाल के जल ग्रहण क्षेत्र में रुक-रुक कर हो रही बारिश के कारण मधुबनी में अधवारा समूह की नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। धौंस, जमुनी एवं रातो नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है।
मधवापुर एवं साहरघाट में धौंस नदी, ब्रह्मपुरी में यमुनी नदी और पिरौखर में रातो नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। पीरौखर में रातो नदी पर निर्माणाधीन पुल के बगल में बने डायवर्सन पर नदी का पानी चढ़ने को है।
दरभंगा में कोसी, कमला और भूतही के जलस्तर में वृद्धि से बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। कई गांवों में निचले इलाके में मुख्य सड़क पर तीन से चार फीट पानी बहने से यातायात बाधित हो गया है।
इस नदी का भी बढ़ा जलस्तर
कोसी एवं कमला नदी के दोनों बांध के बीच गुजरने वाली गेहुआं नदी के जलस्तर में वृद्धि से किरतपुर से निकलकर झगरुआ, कुबौल, तेतरी, जगसो, जमालपुर होते हुए मुशरिया जाने वाली मुख्य सड़क पर झगरुआ रन परती में तीन से चार फीट पानी बह रहा है।
कमला नदी के बीचों बीच बसे कई गांवों के निचले क्षेत्र में पानी फैल जाने से लोग मवेशी को ऊंचे स्थान पर ले जाने की तैयारी में है। सीतामढ़ी में बागमती नदी खतरे के निशान पर पहुंच गई है, जबकि सोनाखान में 60 सेमी जलस्तर के साथ खतरे के निशान से उपर बह रही है।
जिले में सोमवार को औसतन 15.5 मिलीमीटर वर्षा हुई, जबकि सोनबरसा में 42.46 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई है। जिले में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। सुरसंड से गुजरने वाली रातो, आक्सी तथा जंघा नदी में उफान आ गया है।
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