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Google Translate Maithili: गूगल मुख्यालय स मैथिली भाषी लोक के लेल खुशखबरी, मिथिलांचल में जश्‍न

Google Translate Maithili गूगल ने मैथिली को लेकर एक नई सुविधा शुरू कर दी है। इससे मैथिली भाषा के प्रचार और प्रसार के लिए लगातार प्रयासरत लोगों को अपार प्रसन्नता मिली है। उनका मानना है कि इससे मैथिली को नया मुकाम मिलेगा।

By Ajit KumarEdited By: Updated: Fri, 13 May 2022 08:57 AM (IST)
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नई पीढ़ी को इसके माध्यम से मैथिली से जुड़ने में मदद मिलेगी। प्रतीकात्मक फोटो

दरभंगा, जासं। मिथिला और मैथिली भाषा को चाहने वालों के लिए एक खुशखबरी गूगल के हेडक्वार्टर से आई है। अब इसको वैश्विक पहचान देते हुए गूगल ने अपने ट्रांसलेशन टूल में मौजूद वैश्विक भाषाओं में अब भारतीय भाषा के रूप में मैथिली को भी शामिल कर लिया है। इस पर हर्ष व्यक्त करते हुए नगर विधायक संजय सरावगी ने ट्वीट कर गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई एवं गूगल की पूरी टीम को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि यह संपूर्ण मिथिला एवं मैथिली भाषियों को लिए गर्व का विषय है। करोड़ों लोगों की प्रिय मैथिली समृद्ध भाषा है। अब नई टेक्नोलाजी के माध्यम से यह विश्व पटल पर अपनी अमिट पहचान बनाने में सक्षम हो जाएगा। गूगल के इस पहल से भारत के अन्य भाग व विदेशों में रहने वाले लोगों को मैथिली बोलचाल व पठन-पाठन में सहायता मिलेगी। 

उनका मानना है कि इससे नई पीढ़ी के बच्चों को अपनी भाषा से जुड़ने में काफी मदद मिलेगी। अब वे इसके बारे में विस्तार से अध्ययन कर पाएंगे। यदि उन्हें किसी भी प्रकार की परेशानी होगी तो गूगल की मदद ले लेंगे। यह सुंदर पहल है। गूगल की इस पहल को मैथिली के प्रचार और प्रसार के लिए काम करने वाले संगठनों ने भी काफी सराहा है। उन्होंने इसे मिल का पत्थर कहा है। इसी तरह के एक आंदोलन का हिस्सा रहे सौरभ कहते हैं कि हमलोग गांव में रहे। इसका यह फायदा हुआ कि इस भाषा से जुड़ाव हो गया, किंतु नई पीढ़ी जो मिथिलांचल से बाहर रह रही है उसके पास अपनी भाषा को जानने का सशक्त माध्यम नहीं था। हालांकि हमलोग मैथिली में आनलाइन कंटेंट बनाने की दिशा में लगातार लगे हुए हैं, लेकिन इस मुहिम में गूगल के जुड़ जाने से ही स्थिति पूरी तरह से बदल गई है। उम्मीद है कि आगे भी इस विश्व व्यापी संस्था की ओर से इसको समृद्ध किया जाएगा।