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मधुबनी के झंझारपुर में हेड क्लर्क व महिला समन्वयक के बीच हाईवोल्‍टेज ड्रामा

Madhubani News झंझारपुर सीडीपीओ कार्यालय की महिला समन्वयक ने हेड क्लर्क पर लगाया गंभीर आरोप। हेड क्लर्क ने आरोप को बेबुनियाद बताया। मामले की जांच को संघ के पदाधिकारी पहुंचे झंझारपुर सीडीपीओ कार्यालय। व‍िवाद अब पकड़ा रहा तूल।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Updated: Fri, 13 May 2022 04:26 PM (IST)
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राष्ट्रीय पोषण अभियान संघ दुव्र्यवहार मामले में पहुंचा झंझारपुर सीडीपीओ कार्यालय। फोटो-जागरण

मधुबनी (झंझारपुर), जासं। झंझारपुर सीडीपीओ कार्यालय के संविदा हेड क्लर्क दिवाकर झा ने राष्ट्रीय पोषण अभियान की महिला समन्वयक पूनम कुमारी को न केवल हाजिरी बनाने से रोका बल्कि कथिततौर पर अपमानजनक व्यवहार भी किया। यह घटना 11 मई की है। यह मामला धीरे धीरे अब तूल पकडऩे लगा है। महिला समन्वयक का आरोप है कि हेड क्लर्क उनसे हरेक माह तीन हजार रुपया नजराना मांगते हैं और मानसिक रूप से प्रताडि़त करते हैं। शिकायत के बावजूद सीडीपीओ कोई कार्रवाई नहीं करती।

इस संबंध में महिला कर्मी ने समाज कल्याण विभाग के सचिव, महिला आयोग, आईसीडीएस के निदेशक, एसडीओ झंझारपुर, महिला थाना एवं स्थानीय थाना, सीडीपीओ एवं राष्ट्रीय पोषण अभियान कर्मी संघ को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। आवेदन में कहा गया है कि 11 मई को जब वह ऑफिस पहुंची तो उनकी हाजिरी बही टेबल पर नहीं थी। बड़ा बाबू से मांगने पर बड़ा बाबू ने हाजिरी बही टेबल पर रखा लेकिन हाजिरी बनाने से रोक दिया। यह कहने पर कि वह समय से कार्यालय आई हैं, हाजिरी बनाएंगी। इस बात पर बड़ा बाबू क्रोधित हो गए। अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। महिला कर्मी की शिकायत के बाद राष्ट्रीय पोषण संघ सक्रिय हो गया। संघ ने भी उच्‍चाधिकारियों को पत्र लिखा है और संघ के अध्यक्ष संतोष कुमार ठाकुर, सचिव प्रभाकर आजाद, कोषाध्यक्ष अजय शंकर, आंगनबाड़ी संघ की जिलाध्यक्ष रामपरी देवी सहित अन्य सीडीपीओ कार्यालय पहुंचे।

संघ के अध्यक्ष ने बताया कि डाटा इंट्री ऑपरेटर मुमताज आलम ने भी कहा कि उनके समक्ष महिला प्रखंड समन्वयक के साथ अपमानजनक व्यवहार किया गया। इस पूरे प्रसंग में संघ और सीडीपीओ कार्यालय के बीच तनातनी की स्थिति बनी हुई है। वहीं हेड क्लर्क ने बताया कि आरोप गलत है। महिला कर्मी ही उनके साथ बराबर दुव्र्यवहार करती हैं। यह पूछने पर कि आपने कही ङ्क्षशकायत क्यों नहीं की, वे समुचित जवाब नहीं दे सके। उन्होंने बताया कि डीपीओ मधुबनी के यहां इस मामले को लेकर उनलोगों को बुलाया गया है। महिला समन्वयक ने बताया कि ऐसे गंभीर मामले को रफादफा करने की कोशिश की जा रही है। इस मामले में पारदर्शिता के साथ जांच कर उचित कार्रवाई की मांग महिला समन्वयक ने की है।