Bihar Politics: मधुबनी विधायक समीर महासेठ बिहार सरकार में पहली बार बने मंत्री
Bihar Politics राजद में अच्छी पैठ रखने वाले समीर कुमार महासेट को भी मंत्रिमंडल में जगह मिली है। समीर कुमार महासेठ पहली बार 2015 में विधायक बने। इनके मंत्री बनाए जाने से जिले में खुशी की लहर है।
मधुबनी, जासं। विधानसभा चुनाव 2020 में समीर कुमार महासेठ ने राजद प्रत्याशी के रुप में लगाताद दूसरी बार चुनाव में जीत दर्ज की। पूर्व मंत्री राजकुमार महासेठ के पुत्र समीर महासेठ को पहली बार मंत्री बनाया गया है । समीर कुमार महासेठ पहली बार 2015 में विधायक निर्वाचित हुए थे । इस क्षेत्र से लगातार चार बार विधायक रहे भाजपा उम्मीदवार रामदेव महतो को पराजित कर समीर कुमार महासेठ पहली बार विधायक निर्वाचित हुए थे। इससे पहले वे स्थानीय क्षेत्र प्राधिकार, मधुबनी से विधान परिषद सदस्य भी चुने जा चुके हैं।
समीर कुमार महासेठ कांग्रेस के टिकट पर सीतामढ़ी लोकसभा क्षेत्र से भी चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन पराजय का सामना करना पड़ा । मधुबनी शहर के गांधी बाजार निवासी 60 वर्षीय समीर कुमार महासेठ एम.कॉम. डिग्रीधारी हैं। इनका पटना में व्यवसाय भी चलता है । समीर महासेठ वैश्य समाज से आते हैं । पिछले चुनाव में मधुबनी विधानसभा सीट से इन्होनें एनडीए के घटक दल रहे वीआइपी के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे भाजता नेता सुमन महासेठ को पराजित किया था । इस बार के मंत्रिमंडल में वैश्य समाज से एकमात्र चेहरा समीर महासेठ ही रहे हैं। राजद ने इन्हें मौका देकर वैश्य समाज पर अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश की है।
इनके विरूद्ध कोई आपराधिक मामला नहीं है। विधानसभा चुनाव 2020 के दौरान दिए गए शपथ पत्र के अनुसार इनके पास कुल दो करोड़ 83 लाख दो हजार 822 रुपये की चल संपत्ति है। उस समय इनके बैंक खातों में 64 लाख 53 हजार 893 रुपये जमा थे । इनके पास दो कार और 25 ग्राम सोना भी शपथ पत्र में दर्शाया गया है । इसके अलावा, समीर महासेठ 18 करोड़ 10 लाख की अचल संपत्ति के मालिक भी हैं। बताते चलें कि मधुबनी जिले कुछ ऐसे नाम थे जिन्हें पहले से मंत्री बनना तय माना जा रहा था।