सड़क के गड्ढे भरने को जननायक कर्पूरी ठाकुर ने सिर पर उठाई टोकरी
1967 में मुजफ्फरपुर के तुर्की में सभा स्थल पर पहुंचने के दौरान गड्डे में फंस गई थी कर्पूरी ठाकुर की जीप। गांववालों से कुदाल और टोकरी मंगाकर पहले गड्ढों को भरा!
By Ajit KumarEdited By: Updated: Sun, 31 Mar 2019 02:55 PM (IST)
मुजफ्फरपुर, [अमरेन्द्र तिवारी]। तुर्की में कर्पूरी ठाकुर की जनसभा थी। जननायक को देखने-सुनने पहुंची खचाखच भीड़। विलंब होने पर व्याकुल हो रही थी। मुश्किल हो रहा था लोगों को संभालना। 1967 के चुनाव को याद करते हुए समाजवादी नेता मीनापुर निवासी 70 वर्षीय तेजनारायण झा उर्फ तेजू भाई की आंखों में वो दौर जीवंत हो जाते हैं। कहते हैं, कर्पूरी ठाकुर जीप से सभा स्थल की ओर चले थे। हरका गांव के पास जीप फंस गई। करीब सौ फीट तक सड़क इतनी खराब की थी कि निकलना मुश्किल।
किया क्या जाए, कर्पूरी ठाकुर वाहन से उतर गए। कोई उपाय नहीं सूझ रहा था। इधर, कर्पूरी ठाकुर की गाड़ी फंसने की सूचना मिलने पर स्थानीय गांववाले जुट गए। उन्होंने गांववालों से टोकरी और कुदाल मंगाए। कर्पूरी ने खुद मिट्टी काटी और टोकरी में भर कर गड्ढों को भरना शुरू किया। लोगों ने मना भी किया। लेकिन, नहीं माने और डटे रहे। यह देख गांववाले भी जोश में आ गए। देखते-देखते जर्जर सड़क एकदम बराबर हो गई। उसके बाद वहां से जीप निकाली गई। जेपी अनुयायी गोपाल शाही कहते हैं कि कर्पूरी ठाकुर तुर्की बाजार पहुंचे और भाषण में गरीबी, गांव और सामाजिक समस्या पर जोरदार भाषण दिया।
सात घंटे तक किया इंतजारकर्पूरी ठाकुर की देवरिया में सभा की चर्चा करते हुए जेपी सेनानी चंद्रिका प्रसाद साहू बताते हैं, उन्हें दोपहर एक बजे आना था। लेकिन, पहुंचे सात बजे शाम में, लेकिन जनता इंतजार करती रही। पहुंचे तो चौकी पर मंच बना। पेट्रोमैक्स टांग दिया गया, केवल उनका चेहरा दिख रहा था, जनता की ओर घुप्प अंधेरा।
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