Move to Jagran APP

3 दर्जन से अधिक स्कूलों में नहीं है बिजली कनेक्शन, पंखे के बिना चल रहे क्लास; हेडमास्टरों को मिला नया निर्देश

बिहार के लगभग सभी सरकारी स्कूल अब तक हर तरह से सही नहीं हो पाए हैं। हर रोज कोई नहीं कमी नजर आती है। अब खबर है कि मुजफ्फरपुर के लगभग 3 दर्जन से अधिक सरकारी स्कूलों में बिजली का कनेक्शन ही नहीं है। शिक्षा विभाग तक यह सूचना पहुंची तो आनन-फानन में हेडमास्टर के लिए नया निर्देश जारी किया गया।

By Shiv Shankar Vidyarthi Edited By: Mukul Kumar Updated: Tue, 30 Jul 2024 04:31 PM (IST)
Hero Image
प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर
संवाद सहयोगी, पारू। मुजफफपुर जिले के पारू प्रखंड के करीब तीन दर्जन विद्यालयों में अब तक बिजली कनेक्शन नहीं लिया जा सका है।

इससे उमस और गर्मी में विद्यार्थी बिना पंखे के ही कक्ष में पढ़ने को मजबूर हो रहे हैं। दैनिक जागरण में सोमवार के अंक में प्रमुखता से खबर प्रकाशित होने के बाद बीईओ उत्तम प्रसाद ने प्रधानाध्यापकों को अविलंब बिजली का कनेक्शन लेने और कक्षों में पंखा लगवाने के निर्देश दिए हैं।

मालूम हो कि प्रखंड क्षेत्र में 247 मध्य और प्राथमिक विद्यालय हैं। इसके अलावा 34 उत्क्रमिक विद्यालय हैं। प्रधानाध्यापकों की लापरवाही से करीब तीन दर्जन विद्यालयों में अभी तक बिजली का कनेक्शन ही नहीं लिया जा सका है।

गर्मी और उमस से बेहोश हो गए थे बच्चे

मालूम हो कि हाल ही में मीनापुर में दो विद्यालयों में गर्मी और उमस से कुछ विद्यार्थी बेहोश हो गए थे। इसके बाद भी प्रखंड क्षेत्र के शिक्षा अधिकारी लापरवाह बने हैं।

गर्मी और उमस में विद्यार्थी बिना पंखे के कक्ष में बैठकर पढ़ने को मजबूर हो रहे हैं। साथ ही स्कूलों में विद्यार्थियों की उपस्थिति में भी कमी आई है। बीईओ ने बताया कि सभी विद्यालयों में बिजली का कनेक्शन लिया जाना है। साथ ही कक्षों में पंखे लगाए जाने हैं।

इसके साथ ही स्कूलों के अनुश्रवण के बाद वैसे स्कूलों को चिह्नित किया गया है जिसमें एक क्लास रूम में क्षमता से अधिक विद्यार्थियों को बैठाया जाता है और वहां पंखे की संख्या भी मानक के अनुरूप नहीं है।

सभी प्रधानाध्यापकों को बिजली का कनेक्शन लेने का निर्देश दिया गया है। जांच के बाद लापरवाही मिलने पर प्रधानाध्यापक पर कार्रवाई की जाएगी।

सबमर्सिबल तो लगे, नहीं मिल रहा लाभ

विभागीय स्तर पर बड़ी संख्या में स्कूलों में सबमर्सिबल पंप लगाए गए हैं, लेकिन लापरवाही के चलते महीनों बाद भी इन्हें चालू नहीं किया जा सका है। इससे कई विद्यालयों में पेयजल संकट बना है।

बताते चलें कि राजकीय माध्यमिक विद्यालय देवरिया, रामवि देवरिया, कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय देवरिया के परिसर में सबमर्सिबल पंप तो लगा दिए गए, लेकिन अब तक इनको चालू नहीं किया जा सका है।

बीईओ कहा कि जहां भी सबमर्सिबल लगाए गए हैं उन्हें चालू करना है। बताया स्कूलों के अनुश्रवण का कार्य पूरा कर लिया गया है। इसके आधार पर सुविधाओं में जो भी कमी दिख रही उसकी रिपोर्ट मंगलवार को जिला मुख्यालय भेजी जाएगी।

यह भी पढ़ें-

Bihar Schools: बाढ़ का हवाला देकर 53 दिनों से 4 स्कूल बंद, शिक्षा विभाग पर फूटा लोगों का गुस्सा; दे डाली चेतावनी

बिहार के 100 बच्चे हर साल करेंगे इसरो की सैर, हर जिले से कम से कम दो छात्रों का होगा चयन

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।