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मुजफ्फरपुर के एमआइटी के शिक्षकों का मोटराइज्ड वाटर सैंपलर प्रोजेक्ट होगा पेटेंट

50 फीट और इससे अधिक गहराई में आसानी से जांच के लिए लिया जा सकेगा पानी का सैंपल। संस्थान ने पेटेंट के लिए किया आवेदन वेबसाइट पर प्रोजेक्ट का प्रकाशन शीघ्र मिल सकती मंजूरी। इससे पहले एमआइटी के लो कास्ट वाटर फ्लो मीटर का पेटेंट हुआ था।

By Ajit KumarEdited By: Updated: Sun, 29 May 2022 11:14 AM (IST)
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राष्ट्रीय हैकथान में इसे देशभर में पहला स्थान मिला था। फाइल फाटो

मुजफ्फरपुर, जासं। एमआइटी (मुजफ्फरपुर इंस्टीट््यूट आफ टेक्नोलाजी) के शिक्षकों की ओर से विकसित की गई तकनीक शीघ्र पेटेंट हो जाएगी। पानी की जांच के लिए बिना 50 फीट और इससे अधिक गहराई में उतरे ही मोटराइज्ड वाटर सैंपलर से इस कार्य को पूरा किया जा सकेगा। संस्थान के शिक्षकों की टीम में शामिल डा.अतुल, कुमार राहुल, डा.प्रभात कुमार दीक्षित, डा.श्याम बिहार द्विवेदी, डा.आकाश प्रियदर्शी, प्रो.विजय कुमार व प्रो. आशीष ने मिलकर इस प्रोजेक्ट को तैयार किया है। बताया गया कि विकसित मोटराइज्ड वाटर सैंपलर पानी के भीतर उतरेगा। इसके बाद जांच के लिए स्वत: पानी का नमूना ले लेगा। यह तकनीक अधिक गहराई वाले स्थलों पर सैंपलिंग में बेहद प्रभावी होगा। पाइप की मदद से इसे गहराई में उतारा जा सकता है। इसमें मोटर और स्विच लगा है। जिस गहराई के स्तर के पानी का सैंपल जरूरत होगा उसे निर्धारित कर जैसे ही स्विच दबाएंगे यह वहां के जल का सैंपल एकत्रित कर लेगा। इसमें स्मार्ट डिवाइस और सेंसर लगा है। 

संस्थान ने किया था पेटेंट के लिए आवेदन

शिक्षकों की ओर से तैयार किए गए इस प्रोजेक्ट को पेटेंट कराने के लिए संस्थान ने आवेदन किया था। पेटेंट वाली वेबसाइट पर इसका प्रकाशन हो गया है। शीघ्र इसे स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। बता दें कि इससे पहले एमआइटी के लो कास्ट वाटर फ्लो मीटर का पेटेंट हुआ था। इसे छात्र-छात्राओं ने मिलकर तैयार किया था। राष्ट्रीय हैकथान में इसे देशभर में पहला स्थान मिला था।

खरीफ महोत्सव में धान की खेती पर दी जानकारी

मड़वन (मुजफ्फरपुर), संस : प्रखंड के ई. किसान भवन में शनिवार को खरीफ महोत्सव के तहत प्रखंडस्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। प्रमुख रेणु देवी व बीडीओ ने संयुक्त रूप से दीप प्रच्च्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में प्रखंड कृषि पदाधिकारी राजेश झा द्वारा खरीफ 2022 में चल रही सभी योजनाओं के विषय में विस्तार से बताया गया। मौके पर मुख्यमंत्री तीव्र बीज विस्तार योजना के तहत धान की खेती पर जानकारी दी गई। मौके पर किसान सलाहकार समिति के अध्यक्ष राजेश कुमार रंजन, सुरेश कुमार सिंह, कृषि समन्वयक के अलावे किसान सलाहकार भी मौजूद थे।