Bihar News: भारतीय समाज में मरीज भोजन पर अधिक, व्यायाम पर कम करते फोकस
Muzaffarpur News सेहतमंद रहने के लिए एक्सरसाइज कितनी जरूरी है यह हम सभी लोग जानते हैं। लेकिन भारतीय समाज में लोग मरीज को खाने से अधिक जोड़ते हैं और व्यायाम को कम जोड़ते हैं। वहीं कई लोग तो इस बात को लेकर कन्फ्यूज रहते हैं कि वर्कआउट का बेस्ट टाइम क्या है। बता दें कि सुबह वर्कआउट करने से सेहत को कई फायदे मिलते हैं।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। Muzaffarpur News: इंपीरियल कालेज, लंदन से आए छात्रों ने दो सप्ताह तक शहर से लेकर गांवों में जाकर मरीजों के इलाज सिस्टम व मेडिकल की पढ़ाई की जानकारी ली। आपकी सेवा आपके ग्राम-आपके पास अभियान में हृदयम फाउंडेशन के संस्थापक वरीय चिकित्सक बीबी ठाकुर व डा.आशीष कुमार ठाकुर के साथ जांच शिविर में सेवा दी।
मीडियाकर्मियो के साथ मेडिकल छात्रों ने अनुभव साझा करते हुए कहा कि यहां के मेडिकल के छात्र काफी मेहनत करते हैं। उनके अंदर बहुत प्रतिभा है। कालेज में संसाधन की कमी से वह जूझते हुए अपनी पढ़ाई कर रहे हैं। खासकर अनियमित बिजली, पढ़ाई के आधुनिक उपकरण व अन्य संसाधन उन्हें खलते हैं।
मरीज भोजन पर अधिक, व्यायाम पर कम करते फोकस
दरभंगा मेडिकल कालेज के छात्रों के साथ लंदन के छात्रों ने मिलकर पढाई की जानकारी ली। छात्रों ने कहा कि यहां पर आम लोग या चिकित्सक बीमारी को खाना से जोड़कर देखते हैं। व्यायाम से नहीं। वहीं, यूके में कितना व्यायाम किया, कितने स्टेप चले इसपर ज्यादा फोकस होता है।
जलवायु परिवर्तन के हिसाब से गांव में किसानों के पास साधन नहीं है। इसलिए बारिश हुई तो वह बीमारी की छोड़ रोपनी की चिंता करते हैं। बताया कि वह अपने सभी अनुभव को भारत व यूके दोनों देश की सरकार से शेयर करेंगे। वहां के छात्र नियमित यहां पर आए इसके लिए भी सरकार से मिलकर पहल होगी। इस मौके पर सभी छात्रों को सम्मानित किया गया।
दो सप्ताह तक चला अभियान, शिविर लगा जांच व दवा वितरण
वरीय चिकित्सक बीबी ठाकुर ने कहा कि कम्युनिटी आउटरीच क्रार्यक्रम के तहत हृदयम फाउंडेशन इंडिया एवं यूके ने दो सप्ताह का आयोजन किया।
चिकित्सक व छात्रों की टोली ने पानापुर करियात व मोतिहारी के रामगढ़वा के खुगुनी, खगड़िया के रहीमपुर में जागरूकता व स्वास्थ्य जांच शिविर लगाया। इसमें ह्रदय रोग, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मोटापा, चर्बी के मरीज़ व अन्य रोगियों की जांच, ईसीजी, इको टेस्ट निशुल्क किया गया। साथ ही दवाएं भी दी गईं। खुगुनी के माध्यमिक विद्यालय में बच्चों को स्वास्थ्य अभियान के तहत जागरूक किया गया।
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