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मुजफ्फरपुर: अब जाकर मिली चैन की सांस, ऑरेंज से यलो में पहुंचा प्रदूषण का ग्राफ; दो दिन तक रहा था रेड जोन में

Muzaffarpur News दिवाली के पहले से मुजफ्फरपुर की हवा खराब होने लगी थी। दो दिन तक तो ग्राफ रेड जोन में रहा था। 11 नवंबर को सबसे ज्यादा प्रदूषण ग्राफ जिला स्कूल का रहा। यहां पर प्रदूषण स्तर 344 पर पहुंचा। इसके बाद ग्राफ ऑरेन्ज पर पहुंचा। अब जाकर ग्राफ येलो पर आया है। खबर में जानिए नवंबर में अबतक कैसा रहा ग्राफ...

By Sanjiv Kr SinhaEdited By: Aysha SheikhUpdated: Sat, 18 Nov 2023 12:17 PM (IST)
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मुजफ्फरपुर: अब जाकर मिली चैन की सांस, ऑरेंज से यलो में पहुंचा प्रदूषण का ग्राफ

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। शहर के प्रदूषण का ग्राफ दीपावली के बाद पहली बार यलो जोन में रहा। दीपावली के बाद लगातार प्रदूषण ग्राफ आरेंज जोन में चल रहा था। दीपावली के पहले शहर के प्रदूषण का ग्राफ दो दिन तक रेड जोन में रहा था।

इसके बाद समाहरणालय का एक्यूआइ (वायु गुणवत्ता सूचकांक) 159, जिला स्कूल का 263 व एमआइटी 205 रहा। दीपावली से पहले 11 नवंबर को सबसे ज्यादा प्रदूषण ग्राफ जिला स्कूल का रहा। यहां पर प्रदूषण स्तर 344 पर पहुंचा।

साथ ही समाहरणालय का 208 व एमआइटी का 263 रहा। 16 नवंबर को सबसे ज्यादा प्रदूषण का ग्राफ जिला स्कूल इलाके का रहा है। यहां एक्यूआइ 257 पर पहुंचा।

इसके साथ मुजफ्फरपुर समाहरणालय का एक्यूआइ 159 तो एमआइटी इलाके का एक्यूआइ 163 रहा। 17 नवम्बर को जिला स्कूल का प्रदूषण का ग्राफ 160 व एमआइटी का 107 एक्यूआइ पर रहा।

ये होना चाहिए जो नहीं हो रहा

  • शहर की सड़कों पर नियमित पानी का छिड़काव होना चाहिए।
  • शहर में जहां भी पुराने भवन तोड़कर निर्माण का काम हो रहा वहां धूलकण उड़ रहे उसके बचाव का उपाय हो।
  • मुख्य बाजार व सड़क पर यातायात सामान्य रहे। जाम नहीं लगे इसके लिए प्रशासन को सजग रहना चाहिए।
  • प्रदूषण के कारण जाम के बीच वाहन स्टार्ट रहने से धुआं निकलते रहता है, जिससे वायु प्रदूषण बढ़ता है।
  • सड़क पर जो पुराने वाहन चल रहे उनके परिचालन पर अविलंब रोक लगनी चाहिए।
  • अभी साफ-सफाई कर इधर-उधर कूड़ा जलाने से बचें। कूड़े का सही जगह पर निस्तारण होना चाहिए।

नवंबर में अबतक ये रहा ग्राफ

  • एक नवंबर - 202 एक्यूआइ
  • दो नवंबर - 226 एक्यूआइ
  • तीन नवंबर - 239 एक्यूआइ
  • चार नवंबर - 282 एक्यूआइ
  • पांच नवंबर - 358 एक्यूआइ
  • छह नवंबर - 403 एक्यूआइ
  • सात नवंबर - 271 एक्यूआइ
  • आठ नवंबर - 275 एक्यूआइ
  • नौ नवंबर - 282 एक्यूआइ
  • 10 नवंबर - 347 एक्यूआइ
  • 11 नवंबर - 344 एक्यूआइ
  • 12 नवंबर - 263 एक्यूआइ
  • 13 नवंबर -300 एक्यूआइ
  • 14 नवंबर - 295 एक्यूआइ
  • 15 नवंबर - 295 एक्यूआइ
  • 16 नवंबर - 257 एक्यूआइ
  • 17 नवंबर - 160 एक्यूआइ

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