Muzaffarpur Railway Junction: कोरोना काल से रेलवे स्टेशन का नहीं खुला 12 नंबर टिकट काउंटर
Muzaffarpur Railway Junction बुकिंग काउंटर का पूरा एरिया धूल से पटा हुआ है। बंद काउंटरों की साफ-सफाई नहीं होने से कंप्यूटर आदि मशीन भी धूल से सन गया है। कंप्यूटर जंग खा रहा है। मुजफ्फरपुर जंक्शन के मुख्य द्वार के भीतर कई बुकिंग काउंटर हैं।
मुजफ्फरपुर, जासं। Muzaffarpur Railway Junction: कोरोना काल से लेकर अभी तक मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन का 12 नंबर बुकिंग काउंटर खुल पाया है। इसके कारण उक्त बुकिंग काउंटर का पूरा एरिया धूल से पटा हुआ है। बंद काउंटरों की साफ-सफाई नहीं होने से कंप्यूटर आदि मशीन भी धूल से सन गया है। कंप्यूटर जंग खा रहा है। मुजफ्फरपुर जंक्शन के मुख्य द्वार के भीतर कई बुकिंग काउंटर हैं। इधर जंक्शन के दक्षिण की तरफ से जंक्शन पर आने-जाने तथा ट्रेनों से यात्रा करने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए वह काउंटर खोला गया है। लेकिन कोविड-19 आने के बाद के उस काउंटर को बंद कर दिया। कोरोना संक्रमण का त्वरा कम होने के बाद रेल सेवा फिर से चालू हुआ। जंक्शन के मुख्य गेट पर लगे करीब-करीब सभी काउंटर यात्री सुविधा को लेकर खोल दिए गए, लेकिन दक्षिण छोर वाले काउंटर अभी भी बंद है।
टिकट लेने में काफी परेशानी होती
दक्षिण दिशा की ओर से काफी संख्या में रेल यात्री स्टेशन या फिर ट्रेन पकडऩे आते हैं। वहां की बुकिंग काउंटर बंद होने से उधर के यात्रियों को टओवर ब्रिज पार करके टिकट के लिए आना पड़ता है। एक रेल यात्री शशांक कुमार ने बताया कि, सामान के साथ पूरा फूटओवर ब्रिज पार करके टिकट लेने में काफी परेशानी होती है। कोई साथ में रहे तब तो सामान रखकर स्टेशन के मुख्य गेट पर जाकर आसानी से टिकट ले सकते हैं, लेकिन साथ में अगर कोई नहीं रहने पर टिकट लेने के साथ ट्रेन पकडऩे में काफी देरी होती है। इस दौरान अफरा-तफरी में गिरने का खतरा भी रहता है। टिकट लेने के चक्कर में ट्रेन भी छूट जाती है। कलमबाग चौक निवासी गुड्डू ने कहा कि, टिकट के चक्कर में कई बार उनकी भी ट्रेन मिस की है।
बुकिंग काउंटरों के समीप गोल घेरा बनाना आवश्यक
बुकिंग काउंटरों के पास बनाए गए गोल घेरा भी मिट गया है। इसके कारण बुकिंग काउंटरों से टिकट लेने वाले यात्रियों के बीच संक्रमण का खतरा हो सकता है। डिप्टी एसएस मनोज कुमार ने पूछे जाने पर शीघ्र निदान निकालने की बात कही।