Muzaffarpur University: इस यूनिवर्सिटी का बिहार के बाहर भी क्रेज, 29 राज्यों के अभ्यर्थी कतार में
Muzaffarpur University 28 राज्यों से 211 विद्यार्थियों ने नामांकन के लिए जताई रुचि दिल्ली से सर्वाधिक 30 और 29 विद्यार्थी पश्चिम बंगाल के। बिहार के विभिन्न जिलों से 89 हजार विद्यार्थियों ने किया स्नातक में नामांकन के लिए आवेदन।
By Ajit KumarEdited By: Updated: Fri, 19 Aug 2022 10:08 AM (IST)
मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में स्नातक में नामांकन के लिए बिहार के अलावा 28 अन्य राज्यों के विद्यार्थियों ने भी आवेदन किया है। दिल्ली से सर्वाधिक 30 छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया है। पश्चिम बंगाल, झारखंड, उत्तरप्रदेश, पंजाब, नगालैंड, महाराष्ट्र, केरल, तमिलनाडु, हरियाणा, मेघालय समेत अन्य 28 राज्यों से विद्यार्थियों ने आवेदन किया है। बिहार के विभिन्न जिलों से स्नातक में नामांकन के लिए 89 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने आवेदन किया है।
यूएमआइएस की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार स्नातक सत्र 2022-25 के लिए कुल 1.48 लाख विद्यार्थियों ने आवेदन किया है। सीटों की संख्या 1.55 लाख है। करीब दर्जनभर विषयों में नामांकन के लिए सीट से दस गुणा अधिक आवेदन आए हैं। वहीं दर्जनभर विषय ऐसे भी हैं जहां नामांकन के लिए सीट के बराबर भी आवेदन नहीं है। एक ओर सत्र विलंब के कारण विद्यार्थियों का पलायन हो रहा था। इस बीच दूसरे प्रदेश के विद्यार्थियों का यहां के कालेजों में नामांकन के लिए रुचि सुखद संकेत है।
राज्य, आवेदक
- दिल्ली- 30
- पश्चिम बंगाल- 29
- झारखंड- 21
- उत्तर प्रदेश- 18
- पंजाब- 16
- नगालैंड- 13
- महाराष्ट्र- 10
- केरल- 10
- अन्य- 10
- तमिलनाडु- 08
- हरियाणा- 06
- मेघालय- 05
- असम- 05
- गुजरात- 05
- ओडि़सा- 04
- मध्यप्रदेश- 03
- उत्तराखंड- 02
- तेलंगाना- 02
- राजस्थान- 02
- कर्नाटक- 02
- छत्तीसगढ़- 02
- अरुणाचल प्रदेश- 02
- आंध्र प्रदेश- 01
- मणिपुर- 01
- गोवा- 01
- सिक्कम- 01
- त्रिपुरा- 01
- जम्मुकश्मीर- 01
आइटीआइ उत्तीर्ण अभ्यर्थियों का स्नातक में नामांकन नहीं ले रहे कालेज
मुजफ्फरपुर : बीआरए बिहार विश्वविद्यालय की ओर से स्नातक में नामांकन की प्रक्रिया चल रही है। कुछ कालेजों ने आइटीआइ उत्तीर्ण विद्यार्थियों को नामांकन लेने से रोक दिया है। गुरुवार को इन छात्र-छात्राओं ने विश्वविद्यालय में इसकी शिकायत की है।
छात्र-छात्राओं ने सरकार के आदेश का हवाला देते हुए कहा कि आइटीआइ के अतिरिक्त भाषा के विषय की परीक्षा देने से उन्हें इंटर के समकक्ष माना जाता है। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति भी इसकी अधिसूचना जारी कर चुकी है। इसके बाद भी कालेजों की ओर से ऐसे विद्यार्थियों का नामांकन नहीं लिया जा रहा है। छात्रों ने एसएनएस कालेज में नामांकन नहीं लेने की शिकायत की। यूएमआइएस को-आर्डिनेटर प्रो.टीके डे ने बताया कि राज्य प्रावैधिक शिक्षा परिषद की ओर से पूर्व में ही इसका पत्र जारी कर रखा है। इसके आधार पर आइटीआइ उत्तीर्ण और भाषा की परीक्षा में सफल विद्यार्थियों का नामांकन स्नातक में लिया जा सकता है। इससे कालेज इन्कार नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कई अन्य कालेजों से भी इस प्रकार की शिकायत मिली है। सभी कालेजों को कहा गया है कि इस पत्र के आलोक में विद्यार्थियों का नामांकन लेना सुनिश्चित करें।
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