Bihar News: गड्ढों में गुम हो गया नेशनल हाईवे, मधुबनी एनएच-227 एल पर अक्सर होते हादसे
Bihar News बिहार में मधुबनी के कलुआही से हरलाखी तक जाने वाली 20.5 किमी लंबा एनएच-227 सात साल से बदहाल। सड़क पर अक्सर होते हादसे स्थानीय भाजपा विधायक विधानसभा में उठा चुके हैं मामला लेकिन अब कोई असर नहीं।
बासोपट्टी (मधुबनी) जासं। मधुबनी जिले की इस सड़क को देखकर एकबारगी आपको अंदाजा भी नहीं होगा कि यह नेशनल हाईवे है। इससे गुजरते छोटे-बड़े वाहन कब पलट जाएं, कहा नहीं जा सकता है। हर रोज इस पर दुर्घटना होती है, लेकिन जिम्मेदार ध्यान नहीं दे रहे। यह है कलुआही से बासोपट्टी होते हुए हरलाखी तक जाने वाला 20 किलोमीटर लंबा नेशनल हाईवे (एनएच) 227 एल। यह गड्ढों में गुम हो गया है। इसकी स्थिति देख अंदाजा लगाना मुश्किल है कि सड़क में गड्ढे हैं या गड्ढे में सड़क। इस पर करीब डेढ़ सौ से अधिक छोटे-बड़े गड्ढे हैं। पिछले सात साल से इसकी यह स्थिति है। 2020 में यह सड़क एनएच डिविजन, जयनगर के अधीन हो गई, इसके बाद इसकी सूरत नहीं बदली।
तीन बार हो चुका टेंडर
वर्ष 2015 से ही यह सड़क जर्जर है। इसके निर्माण के लिए अब तक तीन बार टेंडर हो चुका है, लेकिन सभी ठीकेदार कुछ दूर काम कर गायब हो गए। क्षेत्र के खजौली के भाजपा विधायक अरुण शंकर प्रसाद विधानसभा में तीन बार इस सड़क को लेकर सवाल उठा चुके हैं। बावजूद कुछ नहीं हुआ।
भुगतान लंबित होने से निर्माण में देरी
निवर्तमान जिला पार्षद ब्रजेश राउत ने बताया कि पहली बार सड़क निर्माण का कार्य तत्कालीन विधायक शकूर अहमद के समय 1980 के पहले हुआ था। उसके बाद 1990 में बभनदेई पोखरा के बीच बने लकड़ी के पुल को हटाकर पक्का पुल निर्माण के साथ सड़क बनाई गई थी। वह सड़क लंबे समय तक चली। उसके बाद एक बार और सड़क की मरम्मत हुई। उसके बाद कोई काम नहीं हुआ। ठीकेदार रविंद्र कुमार ने बताया कि निर्माण सामग्री का भाव बढऩे और विभाग से भुगतान लंबित होने के कारण सड़क निर्माण अवरुद्ध हो रहा है।
चौथी बार टेंडर की तैयारी में विभाग
एनएच डिविजन, जयनगर के कार्यपालक अभियंता लोकेशनाथ मिश्रा ने बताया कि यह सड़क वर्तमान में एनएच 227 एल के रूप में जानी जाती है। इसकी लंबाई 20.5 किमी है। यह सड़क कलुआही-जयनगर एनएच-527बी से निकलकर उमगांव में एनएच-104 में मिलती है। इस सड़क के बगल से एनएचएआइ की सड़क गुजरी है जो भारतमाला प्रोजेक्ट के अधीन है। यह सड़क उसकी ङ्क्षलक रोड है। वर्ष 2020 से पूर्व यह सड़क रोड डिविजन, मधुबनी के अंतर्गत मेजर डिस्ट्रिक्ट रोड के रूप में जानी जाती थी। उन्होंने बताया कि ठीकेदार कार्य नहीं कर पा रहा है। फिर से टेंडर कर सड़क निर्माण कराया जाएगा।