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NEET Paper Leak: 4 लाख में तय हुई थी राज की जगह परीक्षा देने की डील, सॉल्वर ने खोले MBBS छात्र के राज; एक्शन में पुलिस

नीट पेपर लीक मामले में हर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। यह मामला नीट परीक्षा में सॉल्वर गैंग की मदद से किसी दूसरे छात्र को अपनी जगह परीक्षा दिलाने से जुड़ा है। इस फर्जीवाड़ा मामले में पुलिस वांछित एमबीबीएस छात्र राज पांडेय की तलाश में छापेमारी कर रही है। पुलिस टीम ने उत्तरप्रदेश के प्रयागराज स्थित एक अस्पताल में छापेमारी की।

By Sanjiv Kumar Edited By: Mohit Tripathi Published: Fri, 28 Jun 2024 04:08 PM (IST)Updated: Fri, 28 Jun 2024 04:08 PM (IST)
नीट जालसाजी मामले में राज पांडेय की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी में जुटी पुलिस। (सांकेतिक फोटो)

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर/प्रयागराज। मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए आयोजित राष्ट्रीय पात्रता व प्रवेश परीक्षा (नीट) फर्जीवाड़ा में वांछित चल रहे एमबीबीएस छात्र ऋषभ उर्फ राज पांडेय की तलाश में गुरुवार को बिहार पुलिस ने एक बार फिर छापेमारी की।

पुलिस टीम ने उत्तरप्रदेश के प्रयागराज जिले में नैनी के अक्षयवट और करछना पहुंचकर अमर ज्योति अस्पताल में पहुंचकर पूछताछ की।

कर्मचारियों से राज पांडेय और उसके पिता डॉक्टर आरपी पांडेय के बारे में जानकारी लेते हुए संदिग्ध ठिकानों पर तलाश की गई, लेकिन कोई नहीं मिला।

सॉल्वर गैंग ने राज से लिए 4 लाख रुपये

विदित हो कि मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा में मालीघाट स्थित डीएवी को परीक्षा केंद्र बनाया गया था। वहां पर डॉक्टर आरपी पांडेय के बेटे राज पांडेय के स्थान पर परीक्षा दे रहा जोधपुर एम्स का छात्र हुकमा राम को पकड़ा गया था।

उसने बयान दिया था कि उससे जोधपुर एम्स में सॉल्वर गैंग ने संपर्क कर राज पांडेय की जगह परीक्षा देने के लिए चार लाख रुपये नकद दिए थे। तब उसने एडमिट कार्ड पर तस्वीर बदलने से लेकर फर्जी आधार कार्ड बनाने तक फर्जीवाड़ा किया था।

हुकमा को बिना कार्रवाई किए छोड़ा, तूल पकड़ने पर दर्ज हुई रिपोर्ट

हालांकि, मामले में पुलिस ने बिना कार्रवाई के ही हुकमा को छोड़ दिया था, लेकिन बाद में प्रकरण ने तूल पकड़ा तो अगले दिन रिपोर्ट दर्ज की गई।

इसके बाद ही बिहार पुलिस ने राज पांडेय की तलाश में छापेमारी शुरू की। एक सप्ताह पहले भी पुलिस ने उत्तर प्रदेश के नैनी से लेकर करछना तक दबिश दी थी, लेकिन आरोपित गिरफ्त में नहीं आया था।

नैनी पुलिस का कहना है कि वांछित राज पांडेय की गिरफ्तारी को बिहार से पुलिस आई थी। अस्पताल के प्रबंधक केके शुक्ला का कहना है कि बिहार पुलिस के द्वारा पूछताछ की गई है।

सॉल्वर गैंग के संपर्क में कैसे आया राज 

पुलिस का कहना है कि पूछताछ में पता चला है कि नैनी थाना क्षेत्र के त्रिवेणीनगर मुक्ता विहार कॉलोनी निवासी डॉ. राजेश प्रसाद पांडेय का बेटा राज दिल्ली में रहकर एमबीबीएस की पढ़ाई करता है।

आशंका जताई जा रही है कि दिल्ली में ही वह सॉल्वर गैंग के संपर्क में आया होगा और फिर अपने स्थान पर सॉल्वर को नीट में बैठाया होगा। अब उसकी गिरफ्तारी के बाद ही सॉल्वर से कनेक्शन सहित दूसरे राज सामने आएंगे।

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