नीट परीक्षा फर्जीवाड़े में पकड़ाए SKMC के छात्रों की आंतरिक जांच से हड़कंप, वेबसाइट से हटाए गए इन छात्रों की डिटेल्स
NEET UG Paper Leak 2024 नीट परीक्षा में फर्जीवाड़े में पकड़ाए SKMC के छात्र की आंतरिक जांच के बाद हड़कंप मचा हुआ है। इस बीच एसकेएमसी की वेबसाइट से 2022 बैच के छात्रों के डिटेल्स हटा दिए गए हैं। प्राचार्य आभा रानी सिन्हा ने बताया कि तीनों छात्रों के फर्स्ट का पूरा डिटेल्स अभी खंगाला जा रहा है। मामले की आंतरिक जांच चल रही है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। नीट परीक्षा में फर्जीवाड़े में पकड़ाए एसकेएमसी के छात्रों की आंतरिक जांच के बाद हड़कंप मचा हुआ है। इस बीच एसकेएमसी की वेबसाइट से 2022 बैच के छात्रों के डिटेल्स हटा दिए गए हैं।
प्राचार्य डॉ. आभा रानी सिन्हा ने बताया कि तीनों छात्रों के प्रथम वर्ष का पूरा डिटेल्स अभी खंगाला जा रहा है। आंतरिक जांच चल रही है। उसके बाद विभाग को रिपोर्ट भेजी जाएगी।
जानकारी के अनुसार, श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज के 2022 बैच के सेकेंड ईयर के मेडिकल छात्र नीतीश कुमार, जाएद अहमद और डब्ल्यू कुमार के पुलिस गिरफ्त में आने के बाद प्राचार्य 2022 बैच के क्लास में गई। वहां तीनों छात्रों के बारे में जानकारी ली।
प्राचार्य ने सभी छात्रों को इस तरह से जिंदगी बर्बाद करने से बचने की सलाह दी। हिदायत दी कि करियर पर ध्यान देने की जरूरत है। किसी भी गिरोह के जाल में नहीं फंसना चाहिए, हालांकि इस मामले में एसकेएमसी के अधिकारी विस्तृत जानकारी देने से बच रहे हैं।
प्रबंधन के सभी लोग प्रशासनिक जानकारी नहीं होने की बात कह निकल जा रहे हैं। एसकेएमसी की वेबसाइट से 2022 बैच के छात्रों के डिटेल्स हटा दिए गए हैं। मेडिकल कालेज के एक कर्मी की मानें तो इन तीन छात्रों के बारे में एसकेएमसी प्रशासन बैठक कर आंतरिक जांच कर रहा है।
अलग-अलग सेंटर पर परीक्षा देते पकड़े गए थे छात्र
जानकारी के अनुंसार मुजफ्फरपुर के दामोदरपुर निवासी जाएद अहमद को रांची के कैंब्रियन पब्लिक स्कूल केंद्र पर पश्चिम बंगाल के रुद्रनील सेल के बदले परीक्षा देते पकड़ा गया था।
वहीं, मुजफ्फरपुर के ही डब्ल्यू कुमार को वैशाली के बुद्धा वर्ल्ड स्कूल में बनाए गए परीक्षा केंद्र पर रामभज्जू कुमार के बदले नीट देते पकड़ा गया था।
वहीं, आरा के रहने वाले नीतीश कुमार को पूर्णिया में नीट परीक्षा केंद्र से पकड़ा गया था। वह दामोदरपुर के आशीष कुमार के बदले नीट में शामिल होने गया था।
व्यापम घोटाले में भी एसकेएमसी के छात्रों के आए थे नाम
वर्ष 2013 में व्यापम घोटाले में एसकेएमसी के 10 छात्र-छात्राओं की भूमिका सामने आई थी। कई छात्र अपने नाम, पिता के नाम और पता बदलकर परीक्षा में शामिल हो गए थे।
उस समय मध्य प्रदेश की स्पेशल टीम ने एसकेएमसी में आकर छापेमारी की थी, हालांकि शक के घेरे में आए छात्र-छात्राएं पुलिस की गिरफ्त में नहीं आए थे।
इसके पूर्व में भी एसकेएमसी के छात्र पकड़े जा चुके हैं। इसमें मिथलेश बाबू व धर्मेंद्र कुमार को न्यायालय द्वारा जेल भेजा गया था। ये फर्जी एडमिशन में पकड़े गए थे।
इसके बाद बैच 2009 के छह व बैच 2010 के 11 मेडिकल छात्र कालेज से फरार हो गए थे। इधर ताजा मामला सामने आने के बाद खलबली मची है।
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