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    नेपाल के Gen Z Protest के दौरान कितना नुकसान हुआ...बीमा दावों के आरंभिक आंकड़े दे रहे बड़े संकेत

    Updated: Mon, 22 Sep 2025 06:01 PM (IST)

    Nepal Gen Z Protest सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने के आदेश के बाद भड़के नेपाल के जेन ली आंदोलन ने वहां की राजनीतिक सत्ता को बदल दिया। उससे अधिक वहां के अर्थतंत्र को झकझोर दिया। पर्यटन को बहुत अधिक नुकसान हुआ है। अकेले होटल हिल्टन ने 80 करोड़ के नुकसान का दावा किया है।

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    यह तस्वीर जागरण आर्काइव से ली गई है।

     डिजिटल डेस्क, मुजफ्फरपुर। नेपाल में 8-9 सितंबर 2025(भाद्र 23-24) को हुए जेन जी आंदोलन ने केवल वहां की राजनीतिक सत्ता को ही नहीं बदला वरन आर्थिक तंत्र को भी हिला दिया। प्रदर्शनकारियों ने जिस तरह से बड़े-बड़े भवनों को आग के हवाले कर दिया उससे अरबों के नुकसान का अनुमान है।

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    नुकसान का आरंभिक अनुमान

    बीमा कंपनियों के पास पहुंच रहे दावा आवेदनों से इसके आरंभिक संकेत मिल रहे हैं कि बहुत बड़ा नुकसान हुआ है। इस आंदोलन के दौरान संपत्ति को हुए नुकसान से संबंधित बीमा दावों का आंकड़ा 20 अरब रुपये के आंकड़े को पार कर चुका है।

    बढ़ सकती दावों की संख्या

    नेपाल बीमा प्राधिकरण (NIA) द्वारा जारी की गई प्रारंभिक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। अधिकारियों ने इसके साथ ही सतर्क भी किया है कि कुल दावों की संख्या और बढ़ सकती है। अभी प्रदर्शन के दौरान हुए नुकसान का मूल्यांकन किया जा रहा है।

    अंतिम आंकड़े बहुत बदल सकते

    माना जा रहा है कि इसके बाद और अतिरिक्त दावे दाखिल किए जा सकते हैं। जिससे अंतिम आंकड़ा बहुत अधिक बदल सकता है। नेपाल के प्रमुख अखबार द हिमलायन टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार प्राधिकरण ने बताया कि अब तक गैर-जीवन बीमाकर्ताओं ने 1,984 दावे दर्ज किए हैं। जिनकी कुल राशि 20.7 अरब रुपये है।

    कंपनियों के बड़े बड़े दावे

    ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड ने 5.15 अरब रुपये के दावों के साथ सबसे बड़े नुकसान की रिपोर्ट दी है। इसके बाद सिद्धार्थ प्रीमियर इंश्योरेंस का आंकड़ा 4.93 अरब रुपये और शिखर इंश्योरेंस का 2.39 अरब रुपये है।

    अन्य प्रमुख दावों में शामिल हैं:

    • आईजीआई प्रूडेंशियल इंश्योरेंस – 1.59 अरब रुपये
    • सगरमाथा लुम्बिनी इंश्योरेंस – 1.48 अरब रुपये
    • हिमालयन एवरेस्ट इंश्योरेंस – 1.16 अरब रुपये
    • नेको इंश्योरेंस – 1.09 अरब रुपये

    अन्य दर्जनों कंपनियों के पास भी छोटे, लेकिन महत्वपूर्ण दावे दाखिल किए गए हैं। जैसे कि सानिमा GIC (789 मिलियन रुपये) से लेकर माइक्रो-बीमाकर्ताओं जैसे ट्रस्ट माइक्रोइंश्योरेंस (4.2 मिलियन रुपये) तक। NIA ने जोर देकर कहा कि ये आंकड़े अस्थाई हैं।

    सत्यापन का काम जारी

    नुकसान के मूल्यांकन के साथ ही साथ सत्यापन का काम किया जा रहा है। अंतिम आंकड़ा कुल अनुमानों को पार कर सकता है। माना जा रहा है कि जब सभी प्रभावित संपत्तियों का मूल्यांकन हो जाएगा और लंबित दावों को जोड़ा जाएगा तो इस दौरान हुए नुकसान का सही अनुमान लगाया जा सकता है।

    पर्यटन क्षेत्र को हिला दिया

    इस आंदोलन ने देश के पर्यटन क्षेत्र को हिला कर रख दिया है। प्रदर्शनकारियों ने होटलों, रेस्तरां और कारों को भारी नुकसान पहुंचाया है। यह अनुमान लगाया गया है कि काठमांडू में हिल्टन होटल को अकेले 800 मिलियन यानी 80 करोड़ रुपये से अधिक के नुकसान का सामना कर पड़ा है। बोर्ड का अनुमान है कि इस घटना के कारण लगभग दो हजार पांच सौ लोग पर्यटन क्षेत्र में बेरोजगार हो जाएंगे।