बिहार के 9 जिलों में बनेंगे नए पर्यटन केंद्र, खुदीराम बोस फांसी स्थल, राजेंद्र प्रसाद आवास सहित ये धरोहर शामिल
ourism Spot in Bihar बिहार के नौ जिलों के पर्यटन केंद्र को विकसित किया जाएगा। इसी के तहत मुजफ्फरपुर के पांच जगहों को पर्यटन केंद्र में विकसित करने की योजना है। इसके लिए पर्यटन विभाग ने जिले से रिपोर्ट मांगी है।
By Prem Shankar MishraEdited By: Roma RaginiUpdated: Fri, 02 Jun 2023 02:07 PM (IST)
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। जिले के शहीद खुदीराम बोस स्मारक स्थल, साहू पोखर और मणिका मन समेत और पांच स्थल पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित होंगे। इसके लिए आधारभूत संरचना तैयार करने के लिए पर्यटन विभाग ने जिला पदाधिकारी को कहा है।
इसके अलावा राज्य के नौ अन्य जिले में भी पर्यटन स्थल, वाटर स्पोर्ट्स प्रोजेक्ट आदि विकसित किए जाएंगे। इन जिले के डीएम को भी निर्देशित किया गया है। पांच जून तक इसकी रिपोर्ट उपलब्ध कराने को कहा गया है।
पर्यटन विभाग के उपनिदेशक ने जिला पदाधिकारी को भेजे पत्र में लिखा है कि मुजफ्फरपुर में साहू पोखर, शहीद खुदीराम बोस फांसी स्थल, मणिका मन, बाबा बुद्धेश्वर नाथ मंदिर और बाबा दूधनाथ मंदिर को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाना है।
बिहार विधानसभा की पर्यटन उद्योग संबंधी समिति ने 28 अप्रैल को हुई बैठक में इन स्थलों को विकसित करने का निर्णय लिया गया। इसके आधार पर जिले से रिपोर्ट मांगी गई है। पत्र में यह भी कहा गया कि उक्त स्थलों पर अगर अतिक्रमण है तो उसे इससे मुक्त किया जाए।
बाबा गरीबनाथ मंदिर, कटरा काचामुंडा स्थान और बंदरा का खगेश्वरनाथ मंदिर को पहले ही पर्यटन स्थल के रूप में चुना गया है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।इन जिलों में विकसित किए जाएंगे स्थल
- खगड़िया जिला में अगुवानी, भरतखंड और कात्यायनी देवी मंदिर काे विकसित किया जाएगा। आर्किटेक्ट द्वारा फिर से स्थल निरीक्षण कर रिपोर्ट मांगी गई है।
- कात्यायनी देवी मंदिर तक जमीन को चिह्नित कर सड़क बनाने एवं मंदिर में पर्यटकीय सुविधा उपलब्ध कराने को लेकर भी रिपोर्ट मांगी गई है।
- वहीं, अरवल जिले में मधुश्रवा, जनकपुर धाम और हजरत मखदूम शाह के दरबार को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित जाएगा। इसकी रिपोर्ट मांगी गई है।
- किसान आंदोलन के समय चर्चा में आए गया के नियामदपुर को विकसित किया जाएगा। औरंगाबाद के देवकुंड को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की रिपोर्ट मांगी गई है।
- पटना में कंगन घाट और दीघा घाट में वाटर स्पोर्ट्स प्रोजेक्ट की प्रशासनिक स्वीकृति की अपडेट स्थिति पर रिपोर्ट देने को कहा गया है। समस्तीपुर के सिंघिया प्रखंड में पांडु स्थल की खोदाई करने को लेकर कला एवं संस्कृति विभाग से समन्वय किया जाएगा।
- मधुबनी में गिरिजा मंदिर, हरलाखी, कलना कलानेश्वर, राजा जनक पूजित शिव मंदिर और विश्वामित्र स्थल विसौल को अतिक्रमणमुक्त कर उसका सुंदरीकरण किया जाएगा। इसके अलावा जयनगर के गुल्ली पट्टी में शीलानाथ महादेव मंदिर में पर्यटकों को सुविधा उपलब्ध कराने के लिए किस तरह के निर्माण की जरूरत होगी, उसकी रिपोर्ट मांगी गई।
- सिवान में बाबा हंसनाथ सोहागरा को ए श्रेणी में करने के साथ प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के पैतृक आवास को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके अलावा तितिरा बंगरा बुद्धस्तूप को भी पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। मोकामा में वीर शिरोमणि बाबा चौहरमल स्थल की आधारभूत संरचना विकसित की जाएगी।