PhD Admission 2024: अब पैट की जगह नेट के अंक पर पीएचडी, नामांकन के लिए UGC का निर्णय
राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत यूजीसी ने नेट को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) के माध्यम से राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा आयोजित करता है। वर्तमान में नेट स्कोर का उपयोग जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) प्रदान करने के लिए और मास्टर डिग्री वाले लोगों के लिए सहायक प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति के लिए पात्रता के रूप में किया जाता है।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। अब विश्वविद्यालयों से लेकर उच्च शिक्षण संस्थानों में नेट के अंक से पीएचडी में दाखिला होगा। पीएचडी एडमिशन टेस्ट की जगह नेट के स्कोर का इस्तेमाल होगा। नेट की परीक्षा के अंक तीन श्रेणियों में जारी किए जाएंगे। अब तक दो ही श्रेणियों में इसे जारी किया जाता था।
तीसरी श्रेणी पीएचडी में नामांकन के लिए विशेष रूप से अलग से शामिल की गई है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत यूजीसी ने नेट को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) के माध्यम से राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा आयोजित करता है।
नेट साल में दो बार जून व दिसंबर में आयोजित किया जाता है। वर्तमान में नेट स्कोर का उपयोग जूनियर रिसर्च फेलोशिप (जेआरएफ) प्रदान करने के लिए और मास्टर डिग्री वाले लोगों के लिए सहायक प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति के लिए पात्रता के रूप में किया जाता है।
कई विश्वविद्यालय पीएचडी में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा कराते हैं। विशेषज्ञ समिति की सिफारिशों के आधार पर यूजीसी ने निर्णय लिया है कि शैक्षणिक सत्र 2024-25 से पीएचडी में प्रवेश के लिए नेट स्कोर का उपयोग किया जा सकता है।
नेट जेआरएफ को पहले भी मिलती थी छूट
इससे पहले भी शिक्षण संस्थान नेट जेआरएफ उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को पीएचडी एडमिशन टेस्ट से छूट देते थे। अब यूजीसी ने पीएचडी के लिए नेट परीक्षा में ही इसे विशेष रूप से शामिल किया है। नेट स्कोर को पीएचडी पात्रता के लिए अलग से जोड़ा जाएगा। एंट्रेंस का 70 प्रतिशत वेटेज और साक्षात्कार का 30 प्रतिशत वेटेज दिया जाएगा। एंट्रेंस टेस्ट का रिजल्ट परसेंटाइल में जारी किया जाएगा।जेआरएफ क्वालीफाई अब तीनों श्रेणियों में उत्तीर्ण
अगर कोई अभ्यर्थी जेआरएफ कैटेगरी में क्वालीफाई करता है तो उसे तीनों श्रेणियों के लिए उत्तीर्ण माना जाएगा यानी वह स्कालरशिप के अलावा असिस्टेंट प्रोफेसर और पीएचडी के लिए भी योग्य होगा। देशभर में किसी भी उच्च शैक्षणिक संस्थान में यह स्कोर कार्ड पीएचडी नामांकन में पीएचडी एडमिशन टेस्ट की जगह वैध माना जाएगा। यह स्कोर केवल एक वर्ष के लिए ही वैध होगा। इस दौरान अभ्यर्थी को पीएचडी में दाखिला लेना होगा।
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