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भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिए कहां से भेजे जा रहे थे पैसे, पीएफआइ की जांच में रहस्य से हटा पर्दा

PFI Funding बिहार के मिथिलांचल में पीएफआइ के कई उप संगठन सक्रिय हैं जो छात्रों महिलाओं बेरोजगार युवकों वृद्धों और कारोबारी के लिए अलग-अलग कार्य करते हैं। फंड जुटाने की जिम्मेवारी एक अलग संगठन को थी। जांच में नाम सामने आने के बाद खंगाली जा रही जानकारी।

By Ajit KumarEdited By: Updated: Sat, 23 Jul 2022 07:36 AM (IST)
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विजन डाक्यूमेंट सामने आने के बाद तेज हुई जांच। फाइल फोटो

दरभंगा, जागरण संवाददाता। पापुलर फ्रंट आफ इंडिया के विजन डाक्यूमेंट में भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने का लक्ष्य था। अब जांच में यह बात भी सामने आ गई है कि इनको फंडिंग कहां--कहां से मिल रहा था। मिथिलांचल में पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) के विभिन्न नामों से आधा दर्जन उप संगठन सक्रिय हैं। ये संगठन छात्रों, महिलाओं, बेरोजगार युवक, वृद्धों और कारोबारी के लिए अलग-अलग नाम से कार्य करते हैं। कोई फंडिंग जुटाने काम करता है तो कोई आइटी सेल का संचालन। पर्चा बांटने और मदरसा-मस्जिद में जागरूकता अभियान चलाने के लिए भी संगठन है। जांच में इसकी जानकारी सामने आने पर इन संगठनों की कुंडली खंगाली जा रही है।

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 एसडीपीआइ की सक्रियता तेजी से बढ़ी

सूत्रों की मानें तो मिथिलांचल में महिलाओं, छात्रों के लिए अलग-अलग उप संगठन है। कानूनी सहायता के लिए भी एक संगठन कार्य करता है। फंड जुटाने की जिम्मेदारी एक संगठन के पास है। सेमिनार, आंदोलन में भीड़ जुटाने, मुद्दा तय करने, आइटी सेक्टर के लिए भी अलग-अलग संगठन हैं। साथ ही राजनीतिक विंग सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी आफ इंडिया (एसडीपीआइ) की सक्रियता भी बीते विधानसभा चुनाव से लगातार बढ़ी है। किस उप संगठन से क्या काम लेना है और उसकी क्या उपलब्धि है, इसकी समीक्षा और अंतिम निर्देश मुख्य विंग पीएफआइ के कप्तान ही तय करते हैं। जिले में अब तक की जांच में यह बात सामने आई है। इसके बाद संबंधित उप संगठनों से जुड़े लोगों की खोज तेज कर दी गई है।

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कई राज्यों से आता फंड

रेहाब फाउंडेशन आफ इंडिया के माध्यम से फंडिंग जुटाने का काम किया जाता है। सूत्रों की मानें तो पहले केरल से फंड आता था। इसके बाद झारखंड, यूपी, बंगाल, बिहार से फंड आने लगा। स्थानीय स्तर से भी फंडिंग कर राशि संगठन को मुहैया कराई जाती है। पीएफआइ के प्रदेश महासचिव दरभंगा के सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के शंकरपुर निवासी सलाउल्लाह के घर तीन दिसंबर 2020 को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी से इसका खुलासा हुआ था। बता दें कि सनाउल्लाह फुलवारीशरीफ से जुड़े मामले में छह नंबर का आरोपित है।

विजन डाक्यूमेंट से धरातल की हो रही जांच

पीएफआइ का आठ पन्नों वाला विजन डाक्यूमेंट जांच एजेंसी के हाथ लगा है। इसमें पीएफआइ अपने लक्ष्य को कैसे हासिल करेगा और इसमें कौन-कौन काम किस संगठन से कराया जाएगा, इसकी विस्तृत जानकारी है। यही कारण है कि जांच एजेंसियों ने इसे गंभीरता से लिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार दरभंगा और मधुबनी के एक दर्जन से अधिक लोगों की कुंडली खंगाली जा रही है। इसकी सूचना संबंधित जांच एजेंसी को भी दी गई है।  

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