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PM Kisan Yojana: 13 लाख किसानों को अब नहीं मिलेंगे सम्मान निधि के 2000 रुपये, केंद्र सरकार का बड़ा फैसला

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। बिहार में 13 लाख किसानों को अब सम्मान निधि के 2000 रुपये नहीं मिलेंगे। केंद्र सरकार की जांच में पता चला है कि बिहार में किसान सम्मान निधि के अपात्रों को प्रतिवर्ष 780 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है। राशन कार्डधारियों के लिंक आधार से वन-टू-वन मिलान करने पर गड़बड़ी पकड़ी गई।

By Prem Shankar Mishra Edited By: Rajat Mourya Updated: Wed, 04 Sep 2024 06:56 PM (IST)
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बिहार में किसान सम्मान निधि के अपात्रों को प्रतिवर्ष 780 करोड़ रुपये का भुगतान
प्रेम शंकर मिश्रा, मुजफ्फरपुर। बिहार में पीएम किसान सम्मान निधि (PM Kisan Yojana) की बड़ी राशि अपात्र लाभुकों के खाते में जा रही है। जांच में यह बात सामने आई है कि 13 लाख से अधिक ऐसे अपात्रों के खाते में राशि भेजी जा रही है। प्रतिवर्ष एक किसान को छह हजार रुपये के हिसाब से देखा जाए तो यह राशि करीब 780 करोड़ रुपये हो जाती है।

केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के पत्र के बाद कृषि विभाग सचेत हो गया है। कृषि सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने राज्य के सभी जिलों के जिलाधिकारी को पत्र लिखकर लाभुकों का भौतिक सत्यापन कराने को कहा है, ताकि अपात्र के खाते में जा रही राशि को रोका जा सके।

वन-टू-वन मिलाने करने पर पकड़ी गई गड़बड़ी

कृषि सचिव ने डीएम को जारी पत्र में लिखा है कि पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ परिवार के एक व्यक्ति को ही दिया जाना है। वहीं जन वितरण प्रणाली अंतर्गत लाभ ले रहे लाभार्थियों के राशन कार्ड से लिंक आधार से वन-टू-वन मिलान करने पर पाया गया कि परिवार के एक से अधिक व्यक्ति इस योजना का लाभ ले रहे हैं।

राज्य में 53 लाख 10 हजार 72 ऐसे राशनकार्डधारी हैं। इन राशन कार्ड से जुड़े परिवार के 66 लाख 59 हजार 871 व्यक्ति प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि का लाभ ले रहे हैं। इनके खाते में प्रतिवर्ष तीन-तीन किस्तों में दो-दो हजार यानी कुल छह हजार रुपये भेजे जा रहे हैं। यह नियम के विरुद्ध हो रहा है।

कृषि सचिव के पत्र के अनुसार, 17 किस्तों तक राशि का भुगतान किया गया है। कृषि सचिव ने सभी डीएम को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि अगली किस्त की राशि अपात्र के खाते में नहीं जाए, इसलिए एक-एक परिवार का सत्यापन कराया जाए। यह भी सुनिश्चित हो कि केवल पात्र लाभार्थियों को ही अगली किस्त की राशि मिले।

पूर्वी चंपारण और मुजफ्फरपुर में अधिक मामले

कृषि सचिव की ओर से भेजे गए आंकड़े के अनुसार, ऐसे अपात्रों की संख्या मुजफ्फरपुर और पूर्वी चंपारण में अधिक है। मुजफ्फरपुर में तीन लाख छह हजार 707 परिवारों के तीन लाख 63 हजार 119 व्यक्ति यह लाभ ले रहे हैं। इस तरह से यहां करीब 57 हजार अपात्रों के खाते में राशि जा रही है।

पूर्वी चंपारण में तीन लाख 22 हजार 455 परिवारों के चार लाख 17 हजार 87 लोगों को राशि जा रही है। इस तरह यहां 95 हजार अपात्र यह राशि ले रहे हैं। सारण का आंकड़ा सबसे अलग है। यहां दो लाख 69 हजार 246 परिवारों के चार लाख 13 हजार 279 लोगों के खाते में राशि जा रही है। इस तरह एक लाख 44 हजार 33 अपात्र यहां प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की राशि ले रहे हैं।

जिसे भी पीएम किसान सम्मान निधि की राशि गलत रूप से गई है, उसका सत्यापन किया जा रहा है। सत्यापन के बाद तत्काल किस्त रोक दी जाएगी। इसके बाद सभी को नोटिस देकर राशि की वसूली कराई जाएगी। - सुब्रत कुमार सेन, डीएम, मुजफ्फरपुर

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