Move to Jagran APP

Ashutosh Shahi Murder Case: आशुतोष शाही को आठ नहीं, 18 गोलियां मारी गई, पोस्‍टमॉर्टम रिपोर्ट में हुए कई खुलासे

मुजफ्फरपुर जमीन कारोबारी आशुतोष शाही को आठ नहीं बल्कि 18 गोलियां मारी गई थीं। गोलियां सामने से तीन तरफ से मारी गई थीं। सारी गोलियां कमर से ऊपर से सामने बाईं व दाईं ओर से मारी गईं। कनपटी ललाट गर्दन पेट सीना व चेहरे समेत कमर से ऊपर के हिस्से में 18 जगह लगी थीं। इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद हुआ है।

By Prem Shankar MishraEdited By: Prateek JainUpdated: Tue, 08 Aug 2023 05:28 PM (IST)
Hero Image
आशुतोष शाही की हत्‍या के बाद घटनास्‍थल के बाहर लोगों की भीड़। (दाएं), मृतक आशुतोष शाही की फाइल फोटो (बाएं)
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर: जमीन कारोबारी आशुतोष शाही को आठ नहीं बल्कि, 18 गोलियां मारी गई थीं। गोलियां सामने से तीन तरफ से मारी गई थीं।

सारी गोलियां कमर से ऊपर से सामने, बाईं व दाईं ओर से मारी गईं। कनपटी, ललाट, गर्दन, पेट, सीना व चेहरे समेत कमर से ऊपर के हिस्से में 18 जगह लगी थीं। इसका खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद हुआ है।

शव का पोस्टमार्टम श्रीकृष्ण चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल में डॉ. अशोक कुमार मंडल ने किया था। पुलिस ने मृत्यु समीक्षा रिपोर्ट में 13 गोलियां लगने की बात बताई थी। वहीं, घटना के दिन आठ गोलियां मारे जाने की बात कही गई थी।

पुलिस ने घटनास्थल लकड़ीढाही मोहल्ला स्थित अधिवक्ता सैयद कासिम हसन के कमरे व आवास के बाहर से 19 खोखे, दो कारतूस व पांच पिलेट जब्त किए थे।

इन अंगों में मारी गईं गोलियां

पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, बाएं कान के पास, दाहिने कान के पास, गर्दन के ऊपरी भाग, कान के नीचे एक, बाईं कान के नीचे, पेट में बाईं ओर, पेट में नीचे दाईं तरफ, सीने पर, दाईं कान में, ललाट पर दाईं ओर, बाएं हाथ की कलाई में, बाईं बांह में, दाहिनी हथेली की मध्यमा अंगुली में, चेहरे में दाईं ओर, चेहरे की बाईं ओर, सीने के मध्य में और कंधे में एक-एक गोली मारी गई थी। कमर के ऊपर का हिस्सा गोलियों से छलनी हो गया था। इस कारण आशुतोष शाही की मौत हो गई।

एक से अधिक बदमाशों के गोलियां बरसाने में शामिल होने की आशंका

जिस तरह से आशुतोष शाही को सामने से 18 गोलियां मारी गई हैं। इससे एक से अधिक बदमाशों के गोलियां बरसाने की आशंका व्यक्त की जा रही है। बदमाशों का उद्देश्य उनकी हत्या करना था। इसलिए संवेदनशील अंगों को निशाना बनाकर गोलियां मारी गईं।

इतनी गोलियां मारना किसी एक के बस की बात नहीं है। विदित हो कि जमीन कारोबारी आशुतोष शाही को नगर थाना क्षेत्र के लकड़ीढाही मोहल्ला में अधिवक्ता सैयद कासिम हुसैन के घर में 21 जुलाई को गोलियों से भून दिया गया था। इस गोलीबारी में उनके तीन बाडीगार्ड भी मारे गए।

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।