रेल यात्रियों पर टूटा बारिश का कहर... आठ घंटे तक सिग्नल फेल, पटरियां पानी में डूबीं, प्लेटफार्म पर भी भरा पानी
बिहार में लगातार हो रही बारिश का कहर रेल यात्रियों पर टूट रहा है। प्वाइंट पर अधिक पानी चढ़ जाने से करीब आठ घंटे तक सिग्नल फेल रहा। इसके बाद आनन-फानन नाली साफ कराई गई। पंप लगाकर पानी निकाला गया। तब जाकर सिग्नल सिस्टम ने काम करना शुरू किया। इस बीच मौर्य समेत कई ट्रेनों को मैनुअली चलाया गया। इस कारण हर ट्रेन को रवाना करने में देरी हुई।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर: लगातार हो रही बारिश के कारण रेलवे को खासा परेशानी हो रही है। प्वाइंट पर अधिक पानी चढ़ जाने से सिग्नल फेल हो गया। माड़ीपुर पुल, छह नंबर प्लेटफार्म और 15 नंबर लाइन के पास खराबी आ गई।
इसके चलते रात करीब डेढ़ बजे से लेकर सुबह साढ़े नौ बजे तक सिग्नल फेल रहा। इसकी सूचना मिलने पर रेल कर्मियों में अफरा-तफरी मच गई।
इसके बाद आनन-फानन नाली साफ कराई गई। पंप लगाकर पानी निकाला गया। उसके बाद सिग्नल सिस्टम ने काम करना शुरू किया। इस बीच, मौर्य समेत कई ट्रेनों को मैनुअली चलाया गया। इस कारण हर ट्रेन को रवाना करने में 20 मिनट से ज्यादा की देरी हुई।
एक दिन पहले ही की गई थी जांच
बता दें कि रेलकर्मियों ने सिग्नल में खराबी आने की आशंका को ध्यान में रखते हुए जांच की थी। इसके बावजूद मंगलवार की देर रात प्वाइंट पर अधिक पानी आने से सिग्नल फेल हो गया।
एक रेलकर्मी ने बताया कि सिग्नल का एडवांस लाइन ठीक थी, लेकिन स्टार्टर काम नहीं कर रहा था। इस कारण रामदयालु साइड की डाउन लाइन सिग्नल काम नहीं कर रहा था। वहीं अप लाइन का परिचालन सही तरीके से चला।
भारी वर्षा से रेल लाइन जलमग्न
भारी बारिश के कारण मुजफ्फरपुर जंक्शन से लेकर सादपुरा रेलवे गुमटी तक रेल लाइन जलमग्न हो गई। पटरियां पानी में डूब गईं। पानी से पटरी डूबे होने के कारण ट्रेनों का परिचालन धीरे-धीरे कराया गया।
इसके अलावा, वॉशिंग पिट भी पानी से डूब गया। रेल का आधा चक्का पानी में डूबा नजर आया। वर्षा से पहले नाली की सफाई नहीं होने के कारण ऐसी स्थिति बनने की बात कही जा रही है।
स्टेशन बना कचरा घर
लगातार वर्षा के कारण स्टेशन के शेड से जगह-जगह पानी गिरने के कारण पूरा स्टेशन परिसर कचरे में तब्दील रहा। इसको लेकर साफ-सफाई करना भी मुश्किल हो गया। यात्री उसी कचरे से गुजर ट्रेनों पर चढ़ते-उतरने नजर आए।