Sahara India: निवेशकों में जगी भुगतान की उम्मीद! इस पहल के बाद बढ़ती जा रही उत्सुकता
Sahara India pariwar Latest News मुजफ्फरपुर समेत उत्तर बिहार के सभी जिलों के निवेशकों का भुगतान सहारा इंडिया में फंसा हुआ है। उनकी शिकायत है कि मैच्योरिटी के बाद भी उन्हें उनका भुगतान नहीं दिया जा रहा है।
By Ajit KumarEdited By: Updated: Sat, 12 Mar 2022 06:47 AM (IST)
मुजफ्फरपुर, आनलाइन डेस्क। Sahara India pariwar Latest News: न केवल मुजफ्फरपुर और आसपास के जिलों के वरन पूरे देश के निवेशकों के रुपये सहारा इंडिया की विभिन्न योजनाओं में फंसे हैं। उनकी सबसे प्रमुख शिकायत है कि परिपक्वता यानी मैच्योरिटी के बाद भी उन्हें भुगतान नहीं किया जा रहा है। जब कभी वेे कार्यालय जाते हैं या संबंधित एजेंट से बात करते हैं तो उन्हें कोई न कोई बहाना बनाकर टाल दिया जाता है। इस गड़बड़ी की वजह से आक्रोशित निवेशकों ने सहारा कार्यालय के बाहर प्रदर्शन भी किया था। पश्चिम चंपारण के रामनगर प्रखंड में तो निवेशक उग्र भी हो गए थे, लेकिन इसका कोई खास प्रभाव नहीं दिखा। अधिक ब्याज दर मिलने के लोभ में बहुत से निवेशकों ने तो अपने जीवन की बहुत बड़ी कमाई इसमें निवेश कर दी थी। इससे परेशान होकर कुछ लोगों ने न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाया है। हाल में कुछ ऐसी सूचनाएं आई हैं जिससे निवेशकों के बीच भुगतान वापस मिलने की उम्मीद जगी है। वे अब यह जानना चाह रहे हैं कि भुगतान कब और किस रूप में होगा?
यह भी पढ़ें : बिहार की राजनीति में गृह मंत्री अमित शाह की एंट्री, मुकेश सहनी से उनकी क्या थी डीलिंग? वरीय भाजपा नेता ने राज से हटाया पर्दा
पटना हाइकोर्ट में मामले की सुनवाई
मुजफ्फरपुर के एक निवेशक ने बताया कि देश के अन्य राज्यों की तरह बिहार के निवेशकों की राशि भी सहारा इंडिया में अटकी है। इसमें कुछ लोगों ने पटना हाइकोर्ट का दरवाजा खटखटाकर न्याय की गुहार लगाई है। ऐसे ही करीब 200 मामलों की सुनवाई करते हुए पटना हाइकोर्ट की एकल पीठ ने सेबी के लीगल हेड को कोर्ट में उपस्थित होने का आदेश जारी किया है। निवेशकों को ऐसी उम्मीद है कि सेबी के लीगल हेड के आने के बाद सही स्थिति का पता चल सकेगा। उन्हें यह जानकारी हो सकेगी कि उनका भुगतान कबा होगा? उसका स्वरूप क्या होग?
यह भी पढ़ें: इस जगह पक रही मुकेश सहनी व भाजपा के ब्रेकअप की खिचड़ी..छोटे-छोटे संकेत से समझें पूरी कहानी
सबको 28 मार्च का इंतजार
गौरतलब है कि जब कोई भी निवेशक सहारा इंडिया के कार्यालय में जाता है या किसी पदाधिकारी से बात करता है तो उसे यह कहा जाता है कि सहारा समूह की विभिन्न कंपनियों के 24 हजार करोड़ से अधिक की रकम सेबी के पास जमा है। वह यदि सहारा को दे दे तो सभी निवेशकों का भुगतान हो जाएगा। इस स्थिति में निवेशकों की नजर सेबी पर टिकी है। अब सबको 28 मार्च का इंतजार है। उस दिन सेबी के लीगल एडवाइजर की ओर से क्या कहा जाता है? क्या कोई आश्वासन दिया जाता है? इसका सबको इंतजार है।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।यह भी पढ़ें : Bihar Board Inter Result : परीक्षार्थियों का इंतजार खत्म...17 मार्च को जारी हो सकता परिणाम