किडनी पीड़ित को कर्मचारियों ने बाथरूम में आधे घंटे रखा बंद, झोलाछाप डॉक्टर ने निकाल ली थी सुनीता की दोनों Kidney
Muzaffarpur News सुनीता की दोनों किडनियां झोला छाप डाक्टरों ने यूट्रस के आपरेशन के दौरान निकाल ली थी। सुनीता फिलहाल इलाज के लिए एसकेएमसीएच में भर्ती थीं। मामला सामने आया कि सुनीता दूसरे वार्ड के शौचालय में चली गई थी। तभी कर्मचारियों ने बाहर से उसे बंद कर दिया। इसकी शिकायत करने पर नर्स ने डांटना शुरू कर दिया ।
जागरण संवादाता, मुजफ्फरपुर। झोलाछाप के हाथों किडनी गंवा चुकी सुनीता के पति अकलू राम ने एसकेएमसीएच की नर्स पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाया है। गुरुवार को इसकी शिकायत अस्पताल उपाधीक्षक डा. सतीश कुमार सिंह तक पहुंची।
सुनीता के पति ने बताया कि सुनीता दूसरे वार्ड के शौचालय में चली गई थी। तभी कर्मचारियों ने बाहर से उसे बंद कर दिया। करीब आधे घंटे तक वह उसी में बंद रही। पति ने खोजबीन शुरू की तब जाकर सुनीता का पता लगा। इसके बाद उसे बाहर निकाला गया।
क्या बोले अस्पताल अधीक्षक?
जब इसकी शिकायत वहां की नर्स से की तो उन्होंने डांट फटकार शुरू कर दी। इससे सुनीता के पति निराश होकर वहां से निकल गए। वहीं अस्पताल अधीक्षक ने कहा कि मामले की जानकारी ली जा रही है। सुनीता को दूसरे वार्ड में शौचालय जाने की मनाही है।
वह किस परिस्थिति में गई और किसने बाहर से दरवाजा बंद किया। इसकी जांच कर कारवाई करने की बात कही है। बता दें की सुनीता की दोनों किडनियां झोला छाप डाक्टरों ने यूट्रस के आपरेशन के दौरान निकाल ली थी।
इसके बाद से वह जिंदगी और मौत से करीब एक साल से अधिक से जूझ रही है। एसकेएमसीएच में उसका डायलिसिस चल रहा है। अब तक कोई किडनी डोनर नहीं मिला है, जिसके कारण उसे किडनी नहीं मिल सकी है।
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