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Muzaffarpur का दिल दहला देने वाला सुनीता किडनी कांड, गवाही के लिए कोर्ट ने अस्पताल अधीक्षक को भेजा रिमाइंडर

गर्भाशय के ऑपरेशन के दौरान दोनों किडनियां निकाले जाने की पीड़िता सकरा थाने के बाजी राउत गांव की सुनीता देवी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से गवाही के लिए पेश नहीं किया गया। वह एसकेएमसीएच में भर्ती हैं। विशेष अदालत में उसकी गवाही होनी है। गवाही के लिए सुनीता को पेश नहीं किए जाने पर विशेष कोर्ट ने एसकेएमसीएच के अधीक्षक को रिमाइंडर भेजा है।

By Arun Kumar Jha Edited By: Mohit Tripathi Updated: Thu, 15 Feb 2024 09:40 PM (IST)
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कोर्ट ने एसकेएमसीएच के अधीक्षक को रिमाइंडर। (सांकेतिक फोटो)

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। गर्भाशय के ऑपरेशन के दौरान दोनों किडनियां निकाले जाने की पीड़िता सकरा थाने के बाजी राउत गांव की सुनीता देवी को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से गवाही के लिए पेश नहीं किया गया। वह श्रीकृष्ण चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल (एसकेएमसीएच) में भर्ती हैं।

अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश-नवम अजय कुमार मल्ल के विशेष कोर्ट (एससी/एसटी एक्ट) में उसकी गवाही होनी है। गवाही के लिए सुनीता को पेश नहीं किए जाने पर विशेष कोर्ट ने एसकेएमसीएच के अधीक्षक को रिमाइंडर भेजा है। सुनीता की गवाही के लिए अगली तिथि 26 फरवरी तय की है।

इससे पहले एसकेएमसीएच से दो बार विशेष कोर्ट में लाया गया, लेकिन तबीयत बिगड़ने के कारण वह गवाही नहीं दे सकीं। विशेष लोक अभियोजक (एससी/एसटी एक्ट) जयमंगल प्रसाद की अर्जी पर विशेष कोर्ट ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग से उसकी गवाही दर्ज कराने की अनुमति दी थी।

विशेष कोर्ट ने श्रीकृष्ण चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल के अधीक्षक को वीडियो कान्फ्रेंसिंग से पेश करने का आदेश दिया था।

विदित हो कि पिछले साल चार सितंबर को सकरा थाने के बरियारपुर चौक स्थित डॉ. पवन कुमार के शुभकांत क्लीनिक में सुनीता की बच्चेदानी का ऑपरेशन कराया था। वहां उसकी दोनों किडनियां निकाल ली गईं। इस मामले के आरोपित डा.पवन कुमार विशेष कोर्ट में सत्र विचारण का सामना कर रहा है।

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