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मास्टर साहब की गंदी करतूत, गुरु-शिष्य की मर्यादा को किया कलंकित; नाबालिग छात्रा को 2 बार भगाया और रचाई शादी

Bihar News बिहार में एक टीचर ने गुरु-शिष्य के रिश्ते को कलंकित कर दिया है। उसने 10वीं की एक छात्रा को पहले प्रेम जाल में फंसाया। इसके बाद उसे दो बार घर से भगाया। वहीं दूसरी बार शादी भी रचाई। इस मामले ने शिक्षा जगत में हड़कंप मचा दिया है। शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी की जा रही है।

By Ajit Kumar Edited By: Mukul Kumar Updated: Wed, 11 Sep 2024 12:53 PM (IST)
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। गुरु-शिष्य परंपरा की मर्यादा को कुढ़नी प्रखंड के छाजन मोहिनी प्लस टू के एक शिक्षक ने तार-तार कर दिया। उसने 10वीं की एक छात्रा को प्रेम जाल में फंसाकर दो बार भगाया। पहली बार स्वजन के प्रयास से किसी तरह छात्रा घर लौट आई।

इसके बाद भी शिक्षक ने अमर्यादित आचरण को नहीं छोड़ा। उसने दूसरी बार फिर छात्रा को भगाया। इस बार उसने शादी भी रचा ली। इस अवधि को उसने मेडिकल अवकाश में दर्ज करा कार्रवाई से बचने का प्रयास भी किया, मगर मामला अधिकारियों के पास पहुंच जाने से उसकी मुश्किल बढ़ गई है।

शिक्षक की छात्रा से शादी की तस्वीर प्रसारित होने के बाद उस पर कार्रवाई की तैयारी की जा रही है, हालांकि स्कूल के प्रधानाध्यापक एमडी निजामुद्दीन अहमद मामले पर पर्दा डालने में जुटे हैं।

दूसरी ओर, जिला शिक्षा अधिकारी अजय कुमार सिंह ने बताया कि शिक्षक ने पद को कलंकित किया है। उसकी सेवा समाप्त करने की अनुशंसा की जाएगी।

बताया जा रहा कि कुढ़नी प्रखंड के प्लस टू स्कूल में संजीव निषाद नियोजित शिक्षक के पद पर है। वह 26 जुलाई से मेडिकल पर है। इस अवधि में ही वह 10वीं की छात्रा को पहली बार भगाकर ले गया। स्वजन, ग्रामीण व अन्य लोगों के दबाव पर छात्रा की बरामदगी हुई।

पद को कलंकित करते हुए शिक्षक छात्रा को फिर लेकर फरार हो गया। इस बार उसने शादी रचा ली। यह मामला तब सामने आया जब बुधवार को स्कूल में योगदान के लिए पहुंचा।

योगदान कराने के सवाल पर शिक्षक दो गुटों में बंट गए

योगदान कराने के सवाल पर शिक्षक दो गुटों में बंट गए। शिक्षकों ने योगदान कराने का विरोध किया। तत्पश्चात पूरा मामले सामने आया है। वहीं, छात्रा से शादी रचाने की तस्वीर प्रसारित होने से इसकी पुष्टि हो गई।

बताया जा रहा कि नौ से दस साल पहले नियोजन हुआ था। दूसरी ओर मेडिकल अवधि में ही वह सक्षमता की काउंसलिंग में भी शामिल हुआ। उधर, घटना को लेकर गांव में चर्चा का विषय बना हुआ है।

ग्रामीण भी घटना से आहत हैं। ग्रामीणों का कहना है कि स्कूल के प्रधानाध्यापक भी ऐसे शिक्षकों को बचाने में लगे हैं। उनकी जिम्मेदारी थी कि वह छात्रा का ध्यान रखते। इसकी जगह वह मर्यादा को कलंकित करने वाले शिक्षक का ही बचाव कर रहे हैं।

प्रधानाध्यापक मो. निजामुद्दीन अहमद ने बताया कि स्कूल के शिक्षक संजीव निषाद 26 जुलाई से मेडिकल अवकाश पर हैं। छात्रा को भगाने और शादी करने की बात से अनभिज्ञता जाहिर करते हुए कहा कि योगदान के लिए आए थे। स्कूल की छात्रा के अनुपस्थित होने की बात पूछे जाने पर भी वह पल्ला झाड़ने लगे।

संबंधित विद्यालय के प्रधानाध्यापक व शिक्षक से स्पष्टीकरण पूछा जाएगा। नाबालिग के साथ शादी रचाना अपराध है। निलंबन की कार्रवाई के साथ सेवा समाप्ति की अनुशंसा की जाएगी।-अजय कुमार सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी

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