शिक्षक से बने पंचायत प्रतिनिधि, चुनाव हारे तो फिर बने शिक्षक, मधुबनी में अजीबो गरीब मामला
Madhubani news डीईओ ने वेतन भुगतान पर लगाई रोक सभी संबंधित अभिलेख किया तलब। उमवि खिरखिरिया टोल कुआढ़ के शिक्षक राम श्रेष्ठ निराला से जुड़े मामले पर डीईओ गंभीर। बैँक से संपर्क कर जल्द वेतन भुगतान पर रोक लगाने का दिया आदेश।
By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Updated: Thu, 30 Jun 2022 05:55 PM (IST)
मधुबनी, जासं। जयनगर प्रखंड के एक प्रखंड शिक्षक से जुड़ा हुआ अजीबोगरीब मामला सामने आया है। इस मामले पर डीईओ ने कड़ा रुख अख्तियार किया है। डीईओ को जानकारी दी गई है कि उमवि खिरखिरिया टोल, कुआढ़, जयनगर के प्रखंड शिक्षक राम श्रेष्ठ निराला शिक्षक पद पर नियुक्ति एवं योगदान देने के बाद पंचायत चुनाव लडऩे के लिए शिक्षक पद से त्याग पत्र दे दिए थे। चुनाव जीतकर वे पंचायत प्रतिनिधि भी बन गए थे, लेकिन बाद के पंचायत चुनाव में उनको पराजय का सामना करना पड़ा। चुनाव हार जाने के बाद उन्होनें फिर शिक्षक पद पर योगदान कर लिया। तत्कालीन डीपीओ-स्थापना ने 10 सितंबर 2018 को पत्र जारी कर संबंधित विद्यालय के प्रधान को राम श्रेष्ठ निराला का विद्यालय में योगदान लेने का निर्देश दिया था। इसके बाद उनके वेतन भुगतान के लिए कार्रवाई भी की जा रही है। यह अजीब मामला संज्ञान में आते ही डीईओ चौंक पड़े। डीईओ ने इस मामले की गहन जांच की आवश्यकता महसूस की है।
वेतन भुगतान पर लगे रोक डीईओ ने डीपीओ-स्थापना को आदेश दिया है कि इस मामले में गहन जांच होने तक उनके वेतन भुगतान के लिए की जाने वाली कार्रवाई को तत्काल स्थगित करें। डीईओ ने डीपीओ-स्थापना को यह भी आदेश दिया है कि यदि उनके वेतन भुगतान के लिए एडवाइस बैंक भेजी जा चुकी हो तो बैँक से संपर्क कर शीघ्र वेतन भुगतान पर रोक लगाना सुनिश्चित करें। डीईओ ने उनसे संबंधित मूल संचिका भी अविलंब उपस्थापित करने का आदेश डीपीओ-स्थापना को दिया है। डीईओ ने जयनगर के बीईओ को भी आदेश दिया है कि नियुक्ति से लेकर अद्यतन नियोजन इकाई एवं विद्यालय में उपलब्ध अभिलेखों के साथ डीईओ कार्यालय को तीन दिनों के अंदर रिपोर्ट करना सुनिश्चित करें। इस मामले की पुष्टि डीईओ नसीम अहमद ने की है।
33 पंचायत शिक्षकों के मांगे गए बीटीईटी प्रमाण पत्रखजौली। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के पुलिस निरीक्षक सह जांचकर्ता सत्येन्द्र राम ने प्रखंड के 33 पंचायत शिक्षकों के बीटीईटी एवं सीटीईटी प्रमाण पत्रों की मांग जांच के लिए जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना से की है। इस बाबत डीपीओ स्थापना ने बीईओ खजौली को सभी संबंधित शिक्षकों से प्रमाण पत्र प्राप्त कर एक सप्ताह के अन्दर स्थापना कार्यालय को उपलब्ध कराने का निदेश दिया है। निगरानी के पुलिस निरीक्षक ने लिखा है कि बीईओ खजौली द्वारा प्रखंड के पंचायत शिक्षकों के बीटीईटी एवं सीटीईटी प्रमाण पत्र जांच के लिए उपलब्ध कराए गए हैं, उनमें इन 33 शिक्षकों के प्रमाण पत्र उपलब्ध नहीं हैं। इससे इन शिक्षकों के प्रमाण पत्रों की जांच नहीं हो पा रही है। पत्र में उन्होंने जिला स्थापना कार्यालय में निगरानी कार्य के लिए प्रतिनियुक्त कर्मी एवं प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी खजौली से बार-बार मांग किए जाने के बावजूद इन 33 शिक्षकों के प्रमाण पत्र जांच के लिए उपलब्ध नहीं करवाए जाने का जिक्र किया है। उन्होंने सभी 33 शिक्षकों के बीटीईटी एवं सीटीईटी प्रमाण पत्र की अभि प्रमाणित प्रति उपलब्ध कराने का अंतिम रूप से आग्रह किया है।
पत्र के साथ उन्होंने पंचायत नियोजन इकाई वार संबंधित शिक्षकों की सूची भी जारी की है। जिनमे नरार पूर्वी पंचायत नियोजन इकाई के शिक्षक प्रभू महर, महुआ एकडारा के बबीता कुमारी, आदित्य कुमार ठाकुर, सरावे के विनोद कुमार सिंंह, नेहाश्री, सरोज कुमार यादव, बेंता ककरघट्टी के रामवृक्ष सिंंह सुनील कुमार, मो. कलामुद्दीन, लाल कुमार साह, रसीदपुर के राजकुमार मंडल, अनिल प्रकाश, सुशील कुमार, खजौली के प्रदीप कुमार यादव, रेणु कुमारी, संतोष कुमार ठाकुर, संगीता कुमारी, कन्हौली के मनोज कुमार सिंंह, अनिल कुमार साह, श्वेता कुमारी, कमलेश कुमार, शंभू कुमार शर्मा, सुक्की के राम उदगार ङ्क्षसह, रंजन कुमार, रामनरेश सिंह, बबीता कुमारी, सुप्रीता कुमारी, प्रमोद कुमार, भकुआ के खुशी लाल मंडल, राकेश कुमार रौशन, चतरा गोबरौरा उत्तर के दिनेश प्रसाद सुमन तथा चतरा गोबरौरा दक्षिण के संजय कुमार व बलराम राय शामिल हैं।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।