मुजफ्फरपुर में एक जगह ऐसा भी जहां दो वर्ष में कैंसर से 20 की मौत, 12 इलाजरत, 10 संदिग्ध
मुजफ्फरपुर में मुंह का कैंसर गले का कैंसर ब्रेस्ट कैंसर से लेकर दिमागी कैंसर फेफड़े का कैंसर और कैंसर के कई अलग-अलग प्रकार के मरीज थे। रोग फैलने के कारण की जानकारी नहीं होने से ग्रामीणों में दहशत
By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Updated: Tue, 20 Jul 2021 07:30 AM (IST)
मुजफ्फरपुर (सकरा), जासं। नून कदाने नदी किनारे स्थित खालिकनगर गौड़ीहार पंचायत को पिछले दो साल से कैंसर ने अपनी चपेट में ले रखा है। इस दौरान 20 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें मुंह का कैंसर, गले का कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर से लेकर दिमागी कैंसर, फेफड़े का कैंसर और कैंसर के कई अलग-अलग प्रकार के मरीज थे। गांव में इस जानलेवा रोग के फैलने का कारण पता नहीं चल पा रहा है। हालांकि, यहां के पानी की अबतक जांच भी नहीं हुई जिससे यह पता चले कि पानी में कही आर्सेनिक या कोई अन्य जानलेवा तत्व तो शामिल नहीं।
बताते चलें कि मुजफ्फरपुर जिले के सकरा प्रखंड की खालिकनगर गौड़ीहार पंचायत के लोग पिछले दो साल से कैंसर से जूझ रहे हैं। अबतक 20 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, आधा दर्जन लोग अब भी इसकी चपेट में हैं जिनका इलाज विभिन्न सरकारी तथा गैर सरकारी अस्पताल में इलाज चल रहा है। कैंसर से पीडि़त मरीज असमय ही मौत को गले लगा रहे हैं। कई लोग तो जमीन-जायदाद बेचकर भी खुद को नहीं बचा सके। कई लोग गरीबी के कारण सही जगह पर इलाज नहीं करा पा रहे। लोगों को अबतक इस बात का पता नहीं लग सका है कि कैंसर के बढऩे का कारण आखिर क्या है? मुखिया महेश शर्मा ने बताया कि गांव के लोगों को जब बीमारी हुई तो वे अपने स्तर से विभिन्न जगहों पर इलाज करवाए, लेकिन ठीक नहीं हो सके। सरकार की ओर से मिलने वाली सहायता राशि से भी इलाज कराया गया, लेकिन मरीज को बचा पाना मुश्किल हो गया।
मृतकों में ये रहे शामिल
उन्होंने बताया कि गांव के भोला दास का इलाज टाटा मेमोरियल में चला, लेकिन उनकी मृत्यु 2018 में हो गई। पूनम देवी का इलाज फुलवारीशरीफ में हुआ जिनकी मृत्यु 2020 में हो गई। संजीव कुमार सिंह का इलाज पीजीआइ में हुआ जिनकी मृत्यु 2020, हिमांशु कुमार का इलाज टाटा मेमोरियल में हुआ जिनकी मृत्यु 2018 में हुई। मो. शौकत का इलाज पटना में चला जिनकी मृत्यु 2021 में हुई। विजय राय का इलाज पटना में हुआ जिनकी मृत्यु 2018 में हुई। मो. इकबाल अहमद का इलाज कोलकाता में चला जिनकी मृत्यु 2018 में हुई। शांति देवी का इलाज पटना में चला जिनकी मृत्यु 2019 में हुई। रामचंद्र महतो का इलाज कोलकाता में चला जिनकी मृत्यु 2019 में हुई। संजय साह का इलाज फुलवारीशरीफ में चला जिनकी मृत्यु 2018 में हो गई। शकील राय का इलाज पटना में चला जिनकी मृत्यु 2020 में हुई। बीपिया देवी, अभिषेक कुमार, नबी हुसैन का इलाज पटना में चला जिनकी मृत्यु 2020 में हुई। योगेंद्र मांझी, बाबू लाल भगत, देवेंद्र पासवान, राजपरिवार देवी, सुलेखा कुमारी का इलाज पटना में चला जिनकी मृत्यु 2018 में हुई।
इनका चल रहा इलाज
आज भी पंचायत की मीना देवी, सुनीता देवी, फेकने साह, निर्मला देवी, सत्यनारायण सिंह, सुशीला देवी, शिव कमारी देवी, कौशल्या देवी, राजेश कुमार सिंह, पूनम देवी का इलाज पटना, मुजफ्फरपुर व पीजीआइ, टाटा मेमोरियल में चल रहा है। कैंसर की स्क्रीनिंग में मिले आठ संदिग्धप्रखंड की खालिकनगर गौड़ीहार पंचायत के अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र पर सोमवार को होमीभाभा कैंसर अस्पताल अनुसंधान केंद्र की ओर से पंचायत के लोगों की स्क्रीनिंग की गई। डा. दिव्या किरण ने बताया कि आज कुल 36 लोगों की स्क्रीनिंग की गई जिसमें आठ लोगों को जांच के लिए लिखा गया है। जांचोपरांत आगे की कार्रवाई की जाएगी। मौके पर डा. अनवर परवेज, हेमा कुमारी, किरणदेव कुमार, वैष्णवी समेत मुखिया महेश शर्मा उपस्थित थे।
-खालीकनगर गौडीहार पंचायत में कैंसर से हो रही मौत की जानकारी नहीं मिली है। उक्त बीमारी से लगातार हो रही मौत गंभीर मामला है। पंचायत की पानी की जांच कराकर कारणों का पता लगाया जाएगा। इसके लिए कल वरीय पदाधिकारी को पत्र लिखा जाएगा। आनंद मोहन, प्रखंड विकास पदाधिकारी, सकरा- गौड़ीहार में स्क्रीनिंग चल रही है। ज्यादा से ज्यादा लोगों की जांच कराई जाएगी मरीज की पहचान होने पर इलाज कराया जाएगा। संजीव कुमार, स्वास्थ्य प्रबंधक, सकरा
- मामले की कोई जानकारी नहीं है। सकरा पीएचसी प्रभारी से रिपोर्ट मांगी जाएगी। उसके बाद कारणों का पता लगाकर उचित कदम उठाया जाएगा। डॉ. विनय कुमार शर्मा, सिविल सर्जन, मुजफ्फरपुर
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