बिहार एसटीएफ की विशेष टीम ने हथियारों की खरीद-बिक्री करने वाले तीन तस्करों को एके-47 असॉल्ट राइफल के साथ गिरफ्तार किया है। आरोपितों के पास से दूरबीन (लेंस) लगे प्रतिबंधित हथियार एके-47 असॉल्ट राइफल के अलावा मैगजीन पांच कारतूस व तीन मोबाइल जब्त किए गए हैं। वरीय पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि इस संबंध में उन्हें गुप्त सूचना मिली थी।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरपुर। बिहार एसटीएफ की विशेष टीम, जिला पुलिस व डीआइयू ने हथियारों की खरीद-बिक्री करने वाले तीन तस्करों को एके-47 असॉल्ट राइफल के साथ गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार आरोपितों में मुजफ्फरपुर के जैतपुर थाना के पोखरैरा गांव का विकास कुमार, फकुली थाना के मनकौली गांव का देवमनी राय उर्फ अनीश और वैशाली जिले के नगर थाना के अंजानपीर गांव का सत्यम कुमार शामिल हैं।
आरोपितों के पास से दूरबीन (लेंस) लगे प्रतिबंधित हथियार एके-47 असॉल्ट राइफल के अलावा मैगजीन, पांच कारतूस व तीन मोबाइल जब्त किए गए हैं। इसमें विकास व सत्यम आपस में ममेरा-फुफेरा भाई हैं। वहीं देवमनी के पिता नंदकिशोर राय उर्फ भोला राय पंचायत के मुखिया हैं।
इसकी जानकारी वरीय पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने बुधवार को अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में दी। मौके पर नगर पुलिस अधीक्षक अवधेश सरोज दीक्षित, नगर एएसपी भानुप्रताप सिंह, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (सरैया) कुमार चंदन व पुलिस उपाधीक्षक (कुढ़नी) अनिमेषचंद्र ज्ञानी मौजूद थे।
बट व दूरबीन से एके-47 तक पहुंची पुलिस
वरीय पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि मंगलवार को उन्हें गुप्त सूचना मिली कि मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन के बाहर प्रतिबंधित हथियार एके-47 असॉल्ट राइफल के साथ दो युवक हैं। इस सूचना के आधार पर बिहार एसटीएफ की विशेष टीम व जिला पुलिस ने संयुक्त रूप से वहां छापेमारी की।
इस छापेमारी में विकास कुमार व सत्यम कुमार को राइफल के बट व दूरबीन लेंस के साथ पकड़ा गया। दोनों की निशानदेही पर फकुली थाना क्षेत्र के मलकौनी रोड स्थित श्मशानघाट के निकट पुल के पास से बिना बट की एके-47 असॉल्ट राइफल के साथ देवमनी राय उर्फ अनीश को पकड़ा गया।
बट को एके-47 से जोड़ा गया तो वह पूरी तरह फिट हो गया।
पूछताछ में स्वीकार की खरीद-बिक्री की बात
पूछताछ में तीनों ने हथियारों की खरीद-बिक्री की बात स्वीकार की है। वरीय पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हथियार खरीद कर लाने व बेचने वाले के लिंक की जांच की जा रही है।
यह गिरोह दूसरे राज्यों से एके-47 रायफल लाकर देवमनी के माध्यम से सात लाख रुपये में बेचता था।
पूछताछ में तीनों से इस संबंध में काफी इनपुट मिले हैं। जल्द ही हथियार की खरीद-बिक्री से जुड़े रैकेट का पर्दाफाश किया जाएगा।
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