Samastipur News: 38 साल से सक्रिय राजनीति में हैं विजय कुमार चौधरी, पीओ की नौकरी छोड़ आए थे चुनाव मैदान में
Vijay Kumar Choudhary सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र से लगातार तीसरी बार जीत हासिल करने वाले विजय कुमार चौधरी पहले भी तीन टर्म बिहार विधानसभा के सदस्य रहे। पीओ की नौकरी छोड़ पहली बार 1982 में आए थे चुनाव मैदान में। जानिए इनके बारे में सब कुछ
By Murari KumarEdited By: Updated: Tue, 17 Nov 2020 08:41 AM (IST)
समस्तीपुर, जेएनएन। सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र से लगातार तीसरी बार जीत हासिल करने वाले विजय कुमार चौधरी पहले भी तीन टर्म बिहार विधानसभा के सदस्य रहे। वे विगत 38 साल से सक्रिय राजनीति में हैं।1982 के उपचुनाव में दलसिंहसराय से राजनीतिक पारी की शुरूआत की। 1985 और 1990 में भी विधानसभा सदस्य रहे। वर्ष 1990 में जीत के बाद विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के उपसचेतक बने। तत्कालीन मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र के करीबी होने के कारण कुछ समय तक जन कांग्रेस के साथ रहे।
1995 के चुनाव में जनता दल से पराजित होना पड़ा। 2000 के चुनाव में भी हार मिली। इसके बाद रोसड़ा विस क्षेत्र से फरवरी और नवंबर 2005 के चुनाव में भी जीत नहीं मिली। तब जदयू का दामन थामा। पहले जदयू के महासचिव बने। फिर तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष ललन सिंह के अचानक पद छोडऩे के बाद सूबे की राजनीति में स्थापित हो गए। पार्टी ने प्रदेश अध्यक्ष बनाकर नए समीकरण के संकेत दिए। भाग्य ने साथ दिया। सरायरंजन विस क्षेत्र से 2010 के चुनाव में राजद के रामाश्रय सहनी को 17754 मतों से हराया। प्रदेश में इनके नेतृत्व में हुए चुनाव में राजग को भारी सफलता मिली। इसके बाद नीतीश सरकार में जलसंसाधन मंत्री और प्रभारी गृहमंत्री बने। मांझी प्रकरण के बाद जदयू विधायक दल के नेता चुने गए। इसके बाद फिर जलसंसाधन, कृषि, सूचना व जनसंपर्क मंत्री बने। नीतीश कुमार ने भरोसा जताया तो विधानसभा अध्यक्ष बने। नई सरकार में सोमवार को बतौर मंत्री शपथ ग्र्रहण किया है।
पिता की मृत्यु के बाद आए थे राजनीति में
पिता सह कांग्रेस के पूर्व विधायक जगदीश प्रसाद चौधरी की 1982 में हुई मृत्यु के बाद विजय चौधरी पीओ की नौकरी छोड़कर राजनीति में आए। मृदुल स्वभाव के विजय कुमार चौधरी क्षेत्र में काफी लोकप्रिय हैं।
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