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मुठभेड़ में ग्रामीणों ने उपमुखिया पुत्र के हत्यारोपित को मार डाला

उपमुखिया इंद्रदेव महतो के पुत्र अनिल कुमार के हत्यारोपित मुजा मनिकाना के रामानुज शाही को ग्रामीणों ने मुठभेड़ में कूच-कूचकर मार डाला।

By JagranEdited By: Updated: Tue, 01 Aug 2017 02:30 AM (IST)
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मुठभेड़ में ग्रामीणों ने उपमुखिया पुत्र के हत्यारोपित को मार डाला

मुजफ्फरपुर। पारू प्रखंड की रघुनाथपुर पंचायत के उपमुखिया इंद्रदेव महतो के पुत्र अनिल कुमार के हत्यारोपित मुजा मनिकाना के रामानुज शाही को ग्रामीणों ने मुठभेड़ में कूच-कूचकर मार डाला। रामानुज व उसके साथी ने बचने व दहशत फैलाने के लिए कई राउंड हवाई फाय¨रग और ग्रामीणों परगोली भी चलाई। इससे सिवरीएमा गांव का नीतेश कुमार घायल हो गया। वह फुआ के घर राजा रायपुर आया था। उसे इलाज के लिए बैरिया स्थित एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। यह मुठभेड़ सरैया प्रखंड के बहिलवारा भुआल चौर में हुई। ग्रामीणों की घेराबंदी पर रामानुज के एक साथी वैशाली जिले के पातेपुर निवासी रंजीत साह ने सरेंडर कर दिया। उसकी जमकर धुनाई कर बाद में पुलिस के हवाले कर दिया। दोनों के पास से 7.62 बोर के दो पिस्टल, लोडेड मैगजीन, एक लोडेड कट्टा व नौ गोली बरामद हुई है। भागने के लिए प्रयोग में लाई जा रही अपराधियों की मैजिक वैन को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है।

ऐसे चढ़े ग्रामीणों के हत्थे : रविवार को पारू में उपमुखिया के पुत्र की गोली मारकर हत्या के बाद रामानुज व उसका साथी रंजीत रात में घर के आसपास ही रहे। सुबह वे घर पहुंचे। इसकी सूचना ग्रामीणों ने जैतपुर ओपी पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची जैतपुर थाने की पुलिस की गाड़ी देख दोनों मैजिक गाड़ी से भागने लगे। पुलिस ने उनका पीछा किया। साथ ही, पारू व सरैया थाना पुलिस को भी सूचना दी। तीनों थानों की पुलिस ने दोनों के भागने की दिशा में घेराबंदी की। मैजिक लेकर वे पोखरैरा होते हुए छितरी गांव पहुंचे, वहां से मेन रोड छोड़ सोलिंग सड़क में घुस गए। सड़क रामएकबाल सिंह के दरवाजे पर समाप्त हो गई। आगे का रास्ता न देख दोनों गाड़ी छोड़ हाथ में पिस्टल लहराते पैदल ही भागने लगे। तब तक ग्रामीण भी पुलिस के साथ हो गए थे। पुलिस व पब्लिक की मजबूत घेराबंदी से बचने की कोई गुंजाइश नहीं देख रंजीत साह ने सरेंडर कर दिया, जबकि रामानुज शाही फायरिंग करते हुए चौर की ओर भाग चला।

युवक को मारी गोली : शुरू में पुलिस के साथ-साथ रामानुज को खदेड़ने में 20-25 ग्रामीण ही शामिल थे। बाद में उनकी संख्या सैकड़ों में पहुंच गई और वे पुलिस से आगे हो गए। इनके साथ चौर में खेतों में काम कर रहे किसान भी जुट गए। करीब पांच किलोमीटर तक पीछा किया गया। रामानुज ग्रामीणों से पीछा नहीं करने की बात भी कहता रहा और दहशत फैलाने के लिए हवाई फाय¨रग भी कर रहा था। उग्र ग्रामीणों से पीछा छुड़ाने के लिए उसने कहा कि पारू में अपने दुश्मन को मारा है, सरैया के लोगों से उसका कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन ग्रामीण उसकी बात को सुनने को तैयार नहीं हुए। इससे गुस्से में आकर उसने ग्रामीणों को निशाना बनाते हुए फाय¨रग की, जिससे नीतेश घायल हो गया। दो अन्य ग्रामीणों को भी उसने निशाना बनाने का प्रयास किया, लेकिन गोली नहीं चली। इससे ग्रामीणों की उग्रता और बढ़ गई और उसे धर-दबोचा। पकड़ में आते ही उस पर ईट-पत्थर, लाठी-डंडे की बरसात होने लगी। खेतों में काम कर रहे किसानों ने कुदाल को उलटे तरफ से चेहरे पर प्रहार कर उसे मौत की नींद सुला दी। इसके बाद वहां पहुंची पुलिस ने उसके शव को कब्जे में लेकर सरैया थाना लाई। वहां से पोस्टमार्टम के लिए एसकेएमसीएच भेजा गया।

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