राशनकार्ड वालों के लिए एक किलो गेहूं...इनको ट्रैक्टर भर कर, समस्तीपुर में राशन वितरण की बात सुनकर आपक सिर चकरा जाएगा
समस्तीपुर में कालाबाजारी में बेचे जा रहे 98 बैग चावल और गेहूं पकड़ाया। पुलिस ने खाद्यान्न सहित दो लोगों को हिरासत में लिया। इस मामले का आरोपित डीलर फरार हो गया है। अब आपूर्ति पदाधिकारी मामले की जांच कर रहे हैं।
By Ajit KumarEdited By: Updated: Mon, 04 Jul 2022 11:27 AM (IST)
बिथान (समस्तीपुर), संस। बिहार में इस बार किसानों ने सरकार को गेहूं नहीं दिया। खुले बाजार में ही सरकार के निर्धारित समर्थन मूल्य से उन्हें अधिक दाम दिया जा रहा था। इसलिए उन्होंने व्यापारियों के हाथों अपना गेहूं बेचना उचित समझा। इसका परिणाम यह हुआ कि सरकार की ओर से राशन वितरण के दौरान जो गेहूं दी जाती थी उसको कम कर दिया गया। उसकी जगह अब चावल दिया जा रहा है। प्रति यूनिट एक किलो गेहूं व चार किलो चावल दिया जा रहा है। कुछ लोगों को तो एक किग्रा गेहूं भी नसीब नहीं हो रहा है। इसके विपरीत कुछ सुविधा प्राप्त ऐसे लोग भी हैं जिन्हें ट्रैक्टर में भरकर गेहूं व चावल दिया जास रहा है। समस्तीपुर के बिथान में यह मामला सामने आया है। अब इसकी जांच चल रही है। इसके बाद प्राथमिकी कायम की जाएगी।
जिला अंतर्गत बिथान थाना क्षेत्र के बिथान गांव में सरकारी राशन की कालाबाजारी का मामला सामने आया है। पुलिस ने जन वितरण प्रणाली के तहत आए 98 बैग गेहूं और चावल जब्त कर लिया है। इस गेहूं और चावल अवैध रूप से बेचा जा रहा था। पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर कालाबाजारी के खिलाफ यह कार्रवाई की है। साथ ही दो लोगों को हिरासत में लिया है। इस मामले में अब तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई हैं। थानाध्यक्ष मो. खुशबुद्दीन ने बताया कि प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी के द्वारा जांच की जा रही हैं। जांचोपरांत कारवाई की जाएगी। बताया गया है कि बिथान पुलिस को काफी समय से राशन कालाबाजारी की सूचना मिल रही थी।
डीलर पूर्व में कालाबाजारी कराने का आरोपित
इसी क्रम में थानाध्यक्ष को रात्रि करीब 10.15 बजे गुप्त सूचना मिली कि सरकारी राशन बिथान गांव के जनवितरण प्रणाली बिक्रेता प्रह्लाद अग्रवाल के द्वारा किसी निजी व्यापारी के हाथों बेचा जा रहा है। इसकी सूचना मिलते ही तुंरत कार्रवाई करते हुए उस स्थान पर छापेमारी कर दो लोगों को हिरासत में लिया। साथ ही ट्रैक्टर ट्राली पर रखे 98 बैग चावल और गेहूं को जब्त कर लिया। थानाध्यक्ष ने बताया कि आरोपित डीलर फरार है। उसकी तलाश की जा रही है। पहले भी इस डीलर का कालाबाजारी में राशन पकड़ा जा चुका है। ग्रामीणों ने बताया कि इससे पहले भी इस डीलर को राशन की कालाबाजारी करते हुए पकड़ा गया था। फिर भी खाद्य आपूर्ति विभाग ने इसे राशन का लाइसेंस दे दिया। बताया गया है कि आपूर्ति पदाधिकारी के द्वारा इसकी जांच की जा रही है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।