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Indian railway : मुजफ्फरपुर में मालगाड़ी पटरी से क्योंं हुई थी डिरेल, जांंच रिपोर्ट से पर्दाफाश

Muzaffarpur news पटरी में जोड़ के समीप कमजोर लोहा होने के कारण मालगाड़ी पटरी से गिर गई थी। जोड़ के समीप टूटे हुए टुकड़े को भी अधिकारियों ने जब्त कर डीआरएम को भेजा है। उसकी वैज्ञानिक जांच होगी।

By Dharmendra Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 08 Jan 2021 11:29 AM (IST)Updated: Fri, 08 Jan 2021 11:29 AM (IST)
मुजफ्फरपुर के नारायणपुर अनंत रेलवे स्टेशन पर गालगाड़ी हुई थी डिरेल । प्रतीकात्मक तस्वीर

मुजफ्फरपुर, जागरण संवाददाता । नारायणपुर अनंत रेलवे स्टेशन के गुड्स यार्ड में बुधवार की अल सुबह डिरेल हुई मालगाड़ी की जांच रिपोर्ट रेल अधिकारियों ने सोनपुर रेल मंडल के डीआरएम को सौंप दिया हैं। रेल पटरी का भी मरम्मत कर लिया गया है। माल गाड़ी के डिरेल के पीछे प्रथम दृष्टया इंजीनियरिंंग विभाग की गड़बड़ी बताया जा रहा है। जांच अधिकारियों ने इसी को बेस बनाकर रिपोर्ट सौंपा है। पटरी में जोड़ के समीप कमजोर लोहा होने के कारण मालगाड़ी पटरी से गिर गई थी। जोड़ के समीप टूटे हुए टुकड़े को भी अधिकारियों ने जब्त कर डीआरएम को भेजा है। उसकी वैज्ञानिक जांच होगी।

दोषी पाए जाने पर रेल कर्मियों पर कार्रवाई होना तय माना जा रहा है। बता दें कि, बुधवार की अल सुबह नारायणपुर गुड्स यार्ड में सीमेंट लदी मालगाड़ी बेपटरी हो गई थी। तेज आवाज होने से हड़कंप मच गया। मालगाड़ी वैगन के कुछ पहिए टै्रक के नीचे चले गए। इससे काफी स्लीपर टूट कर धंस गए। सूचना पर सोनपुर के सीनियर डीएसओ, एरिया अधिकारी टीएन मिश्रा समेत कई रेल अधिकारी पहुंचे थे। कई रेल कर्मियों से प्रारंभिक पूछताछ भी की गई। बाद में राहत व बचाव दल को बुलाया गया। काफी मशक्कत के बाद करीब चार घंटे बाद मालगाड़ी को पटरी पर उठा कर रखा गया। इस दौरान काफी देर तक अनलोडिंग ठप रही। सीमेंट लदान के क्रम में मालगाड़ी यार्ड की 11 नंबर लाइन पर शंटिंग कर रही थी। एक रेलकर्मी ने बताया कि जोड़ की जगह लगे टंक रेल के कमजोर होने से पटरी से उतर गई। 

 ट्रेन डिरेल की घटना कोई नई नहीं
नारायणपुर गुड्स यार्ड मेंं ट्रेन डिरेल की घटना कोई नहीं। कुछ सालों पहले मुजफ्फरपुर जंक्शन पर एक एक्सप्रेस ट्रेन के डिरेल होने की बड़ी घटना घटी थी। उस समय रेलकर्मियों के होश उड़ गए थे। माड़ीपुर ओवर ब्रिज भी गिर गया था। दिन की घटना होने के कारण, पूरे देश में इंटरनेट मीडिया से जानकारी मिल गई। इस कांड में करीब एक महीने तक लगातार रेलकर्मियों से पूछताछ हुई थी। कई रेलकर्मी कार्रवाई के जद में भी आए थे।

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